केंद्र में सरकार बदलने के बाद अब यूपीए सरकार के समय नियुक्त किए गए राज्यपालों का भविष्य भी संकट में दिख रहा है. पंजाब के शिवराज पाटिल,कर्नाटक के राज्यपाल एचआर भारद्वाज,केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित सहित कई राज्यपालों से पद छोड़ने को कहा जा सकता है.

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, नरेंद्र मोदी सरकार के शपथ ग्रहण करने के बाद राज्यपालों के फेरबदल की कोई वैसी संभावना नहीं दिख रही है, लेकिन कुछ राज्यपालों से पद छोड़ने का निवेदन किया जा सकता है ताकि उनके पदों पर नए लोगों को नियुक्त किया जा सके.

गौरतलब है कि सामान्यतया जब भी कोई नई सरकार आती है तो वह कुछ राज्यपालों को इस्तीफे के लिए कहती है और ये देखने को भी मिलता है. अक्सर कार्य नीति और कार्य पध्दति में समानता नहीं होने के कारण उन्हें सरकार संवैधानिक पद छोड़ने के लिए कह सकती है।

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