- बिजली विभाग के स्टोर में सामान खत्म

- जुगाड़ के जंफर और इंसुलेटर से सही हो रहे फॉल्ट

- अफसर भी होने लगे हैं परेशान

GORAKHPUR: फॉल्ट्स ने शहरवासियों का जीना मुहाल कर रखा है। अभी बिजली आती है फिर अगले ही पल फिर फॉल्ट होने से वह गुल हो जाती। इसे दुरुस्त करने में विभाग को दो से तीन घंटे का समय लगा जाता है। लोड बढ़ने पर दोबारा फॉल्ट हो जाता है। जुगाड़ के सामनों से सही हो रहे फॉल्ट पब्लिक के लिए प्रॉब्लम खड़ी कर रहे हैं। शनिवार को सूरजकुंड सब स्टेशन के पास हुए फॉल्ट को सही करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इससे न सिर्फ पब्लिक हलकान हुई बल्कि विभागीय लोगों को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी।

सामान की कमी है

महानगर के विद्युत वितरण निगम के स्टोर में इन दिनों इंसुलेटर और जंपर की कमी हो चुकी है। जिसके कारण कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तीन दिन पहले ग्रीन सिटी में टूटे तार को जोड़ने के के लिए तीन जंपर की जरूरत थी, लेकिन कर्मचारियों के पास केवल दो जंपर था, बाद में कर्मचारियों ने तीसरी जगह जुगाड़ के जंपर लगाया। वहीं इंसुलेटर की भी काफी कमी हो गई है। एक जेई ने बताया कि पिछले 10 दिन से शहर में एक दर्जन से अधिक फॉल्ट हुए है, इसमें पांच जगहों पर इंसुलेटर खराब हुए थे। विभाग में नए इंसुलेटर न होने से खराब हुए इंसुलेटर को दुरुस्त कर बिजली सप्लाई बहाल की गई।

बारिश में बढ़ेगी प्रॉब्लम

गर्मी के मौसम में तो सब कुछ सही है, लेकिन अगर बारिश हो गई तो यह फॉल्ट की तादाद और बढ़े जाएगी। स्थिति यह होगी कि जंपर तो एक दो बारिश में चल जाएंगे, लेकिन पंचर इंसुलेटर के कारण दुर्घटना हो सकती है। पोल में पंचर इंसुलेटर से बार-बार फॉल्ट होने पर पोल में करंट उतरने लगता है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

स्टोर में सामान की कमी है, इसलिए जेई और लाइनमैन्स को सीमित मात्रा में सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। नए वित्तीय वर्ष के कारण ऐसा हुआ है। जल्द स्टोर में सामान मंगा लिए जाएंगे।

आरआर सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम