LUCKNOW:

वाराणसी स्थित बनारस हिन्दु यूनिवर्सिटी (बीएचयू) कैम्पस में छात्राओं के साथ हुई अभद्रता और उसके बाद उनपर हुए पुलिस लाठी चार्ज के विरोध में रविवार को महिलाओं और छात्राओं ने राजधानी में प्रदर्शन किया। हजरतगंज स्थित जीपीओ के निकट गांधी प्रतिमा के सामने आक्रोशित छात्राओं और महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की वीसी को तत्काल बर्खास्त किए जाने की मांग की। इस प्रदर्शन लखनऊ यूनिवर्सिटी की छात्राओं के साथ ही कई महिला संगठनों भी नाराजगी जाहिर की।

 

- सभी संगठन हुए एक जुट

प्रदर्शनकारी महिलाओं के हाथों में तख्तियां मौजूद थी। इन पर 'बहुत हुआ नारी पर वार, भागो अब मोदी सरकार' और 'बीएचयू कैम्पस नहीं बनेगा जेल, फेल करो वीसी का खेल' जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। दोपहर में शुरू हुए इस प्रदर्शन में बारिश भी महिलाओं को हौसला नहीं डिगा सकी। तेज बारिश के दौरान भी महिलाओं का प्रदर्शन जारी रहा। कई सामाजिक संगठन और पुरुषों ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

 

- जमकर हुई नारेबाजी

बीएचयू में महिलाओं के साथ हुई अभद्रता और लाठी चार्ज के विरोध में प्रदर्शनकारी दोपहर 12 बजे ही गांधी प्रतिमा के सामने पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों में शामिल महिलाओं का कहना था कि एक तरफ तो बीएचयू में छात्राओं के साथ अभद्रता हुई और जब वे अपनी शिकायत लेकर वीसी के पास पहुंची तो उल्टा उन्हें ही भगा दिया जाता है। सुरक्षा देने के बजाय उन पर लाठी चार्ज कराया जाता है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सेव ग‌र्ल्स के साथ ग‌र्ल्स एजूकेशन की बात कहते हैं और दूसरी तरफ उनके संसदीय क्षेत्र में ही महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें की जा रही है। प्रदर्शनकारी संगठनों में शमिल नौजवान भारत सभा के लोगों ने कहा कि देश में एक तरफ दुर्गा पूजा आयोजित हो रही है और लोगों को नारी सम्मान की सीख दी जा रही है वहीं दूसरी तरफ बीएचयू के हॉस्टल में छात्राओं को दरवाजे तोड़-तोड़कर पुलिस ने पीटा। छात्रों को पेट में बूटों से प्रहार किए गए। यह कहां का न्याय है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इस मामले में सरकार को हस्तक्षेप कर त्वरित एक्शन लेना चाहिए।

 

 

छात्राओं को क्यू बंद कमरे में रहने की नसीहत दी जाती है। क्या उन्हें खुली हवा में सांस लेने का अधिकार नहीं है। एक तरफ एंटी रोमियो दल बना है वहीं दूसरी तरफ छेड़छाड़ होने पर ग‌र्ल्स को ही दोषी करार दिया जा रहा है। बीएचयू वीसी को तुरंत बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।

मीनाक्षी यादव, लखनऊ यूनिवर्सिटी

 

बीएचयू कैम्पस में हुई घटना बेहद शर्मनाक है। एक तरफ महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर लगाम लगाने के लिए सरकारी कार्यालयों में बड़े-बड़े अधिकारी मीटिंग करते हैं। वहीं जब बीएचयू में छात्राओं ने अपने साथ हुई अश्लील हरकतों को विरोध किया और न्याय की गुहार लगाई तो बदले में उन्हें बूटों से मारा गया।

रफत फातिमा, आवाम मूवमेंट

 

रात में ना निकलो, ये ना करो, वहां ना जाओ। यह बंदिशें सिर्फ महिलाओं के लिए। बीएचयू में हुई घटना से साबित हो गया कि महिलाओं की सुरक्षा के प्रति हमारी सरकार कितनी सजग है। फिर एक वीसी से ऐसी उम्मीद नहीं थी कि वह अपने कैम्पस में मौजूद हो और ग‌र्ल्स हॉस्टल में पुलिस लड़कियों पर लाठी चार्ज कर दे।

पूजा यादव, लखनऊ यूनिवर्सिटी