-केजीएमयू बना रहा मेथी से शुगर नियंत्रित करने वाली दवा

-साइड इफेक्ट रहित दवा से नहीं होगी दिक्कत

-साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में डायबिटीज इन प्रेग्नेंसी विषय पर कॉन्फ्रेंस का आयोजन

LUCKNOW: मेथ में ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं जो ब्लड में ग्लूकोज लेवल को मेनटेन रखते हैं। केजीएमयू के डॉक्टर्स मेथी से शुगर नियंत्रित रखने वाली दवा बनाने पर शोध कर रहे हैं। डॉक्टर्स ने रिसर्च कर इस दिशा में कदम भी बढ़ा दिया है और जल्द ही ह़्यूमन ट्रायल शुरू होगा। जिसके बाद दवा बाजार में होगी। जिससे मरीजों को एलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह जानकारी सैटरडे को साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में चल रही 'डायबिटिक इन प्रेग्नेंसी' विषय पर आयोजित कार्यशाला में डॉ। मनीष बाजपेई ने दी।

नहीं लेनी पड़ेंगी एलोपैथिक दवाएं -डॉ। मनीष बाजपेई

केजीएमयू के फिजियोलॉजी विभाग के डॉ। मनीष बाजपेई ने बताया कि रिसर्चेज में प्रूव हुआ है कि टाइप 1 के लिए 100 ग्राम और टाइप 2 के लिए 15 ग्राम मेथी लेने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है। मेथी में ऐसे कंपाउंड होते हैं जो ग्लूकोज लेवेल मेनटेन रखते हैं। उन्होंने बताया कि केजीएमयू ने इस पर सफलता अर्जित की है और जल्द ही दवा का ट्रायल शुरू किया जाएगा। डॉ। मनीष बाजपेई और डॉ। नर सिंह वर्मा की टीम इस पर शोध कर रही है।

13 परसेंट प्रेगनेंट डायबिटिक -डॉ। समीर

डॉ। समीर गुप्ता के अनुसार देश में 13 परसेंट प्रेगनेंट महिलाएं डायबिटीज से पीडि़त हैं। यह आंकड़े डायबिटीज इन प्रेगनेंसी स्टडी ग्रुप इन इंडिया की ओर से कराई गई स्टडी में सामने आए हैं। यह स्थिति चिंता जनक है। होने वाले बच्चों में डायबिटीज का खतरा है। दूसरे बच्चे में खतरा दोगुना होता है। इसलिए यदि पहले से महिला को डायबिटीज है तो ग्लूकोज लेवल नियंत्रित करने के बाद ही गर्भ धारण करें। अन्यथा बच्चों के विकलांग या विकृत पैदा होने का खतरा बना रहता है।

75 ग्राम ग्लूकोज लेने के बाद ही कराएं जांच -डॉ। निरुपम

प्रेगनेंसी के दौरान ग्लूकोज लेवल की जांच के लिए जरूरी है कि 75 ग्राम ग्लूकोज लेने के बाद ही जांच कराएं। डॉ। निरुपम प्रसाद ने बताया कि ग्लूकोज लेने के दो घंटे बाद ही जांच करानी चाहिए। सही जांच रिपोर्ट आने से मरीज को सही इलाज मिलेगा। कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं फैमिली वेलफेयर राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल और वीसी प्रो। रविकांत, डॉ। विनीता दास, डॉ। सिद्धार्थ शाह, डॉ। एके दास, डॉ। हेमंत ठाकर, डॉ। समर बनर्जी, डॉ। अनुज महेश्वरी, डॉ। आनंद शंकर, डॉ। गरनाट, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।