- फर्जी वोटिंग को लेकर कई जगह भिड़े प्रत्याशी समर्थक

- कहीं हुआ पथराव तो कहीं पुलिस को चलानी पड़ी लाठियां

GORAKHPUR: इस बार निकाय चुनाव के मतदान के दौरान फर्जी वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा विवाद समाने आए। दर्जनों बूथों पर फर्जी मतदान की शिकायत और आरोप लगाकर प्रत्याशी तथा उनके समर्थक आपस में भिड़ गए। इसी के चक्कर में एक जगह तो एक घंटे तक मतदान भी रोकना पड़ा। पुलिस ने फर्जी मतदान करने के आरोप में छह महिलाओं को भी हिरासत में लिया। वहीं लोहिया नगर में फर्जी मतदान को लेकर दो पक्षों के बीच पथराव भी हो गया। सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज में 12 बजे के करीब बूथ संख्या 407 पर फर्जी मतदान का आरोप लगा। निर्दल प्रत्याशी के एजेंट ने बीजेपी प्रत्याशी पर फर्जी मतदान कराने का आरोप लगाया। आरोप था कि बाहरी लोगों को लाकर वोट दिलवाए जा रहे हैं। एजेंट की शिकायत पर दोनों प्रत्याशियों के समर्थक आपस में भिड़ गए। हंगामे पर पहुंची पुलिस ने एजेंट का बैज निकाल उसे बाहर भेज दिया।

एक घंटे ठप रही वोटिंग

वहीं, दोपहर करीब ढाई बजे बशारतपुर में फर्जी मतदान की शिकायत पर सपा और बसपा प्रत्याशियों के समर्थकों ने जमकर बवाल काटा। आरोप था कि पीठासीन अधिकारी फर्जी मतदान कर रहे हैं। हंगामे पर पुलिस ने दोनों पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया और लाठियां पटक कर भीड़ को खदेड़ दिया। डीएम के साथ पहुंची फोर्स ने जब मामले की पड़ताल की तो आरोप फर्जी निकला। इसके बाद साढ़े तीन बजे फिर मतदान शुरू हुआ। ऐसे में यहां करीब एक घंटे तक वोटिंग प्रभावित रही।

राप्ती नगर में भी बवाल

राप्ती नगर के अंबेडकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी फर्जी मतदान को लेकर विवाद पर पुलिस ने लाठियां पटक कर भीड़ को खदेड़ा। यहां आरोप था कि एक व्यक्ति फर्जी आईडी पर वोट दे रहा है। वहीं, रेलवे कॉलोनी वार्ड में सपा और भाजपा प्रत्याशी के समर्थक कई बार भिड़े। सपा प्रत्याशी शकुन मिश्रा ने आरोप लगाया कि उनके समर्थकों को खदेड़ा जा रहा है जबकि भाजपा के समर्थक बूथ तक जाकर वोटरों को प्रभावित कर रहे हैं। वहीं मानबेला प्रथमिक विद्यालय पर सुबह नौ बजे फर्जी मतदान को लेकर हंगामे के बाद पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए लाठियां चलानी पड़ीं।

फर्जी वोटिंग करते पकड़ी गईं महिलाएं

वार्ड नंबर 61 सरस्वती विद्या मंदिर आर्य नगर में फर्जी मतदान करने आई छह महिलाएं पकड़ी गई। यह सभी महिलाएं दूसरे के नाम पर वोट डालने जा रही थी। सभी संतकबीरनगर की रहने वाली हैं और उन्हें एक प्रत्याशी ने बुलाया था। इसके अलावा अन्य बूथों से भी फर्जी वोट करने के आरोप में पुलिस ने करीब दर्जन भर महिलाओं व पुरुषों को हिरासत में लिया है। इन सभी को देर रात तक कोतवाली थाने में बैठाया गया था।

बाजी लगाने पर भिड़े प्रत्याशी समर्थक

इसके अलावा बरगदवां प्राथमिक विद्यालय में बूथ संख्या 95-96 में सुबह साढ़े ग्यारह बजे दो प्रत्याशियों के समर्थक जीत-हार को लेकर एक दूसरे से भिड़ गए। दोनों शराब के नशे में चूर थे। यहां पर सिर्फ दो होमगार्ड और दो कांस्टेबल तैनात थे। उन्हें दोनों को काबू करने में दिक्कत आ रही थी। इसके बाद पीठासीन अधिकारी ने बवाल की सूचना दी और अतिरिक्त फोर्स मांगी।

मोबाइल मिलने पर एजेंट को पुलिस ने उठाया

वार्ड नंबर 60 और 65 में जनता इंटर कॉलेज और नवल्स एकेडमी में पुलिस ने तीन लोगों को उठाया। यहां सुबह नौ बजे सीओ ओर खोराबार एसओ ने चेक किया तो पर्ची लेकर अंदर घूम रहे तीन लोग मिले। पूछने पर जब कोई जवाब नहीं दिए तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। वहीं, जनता इंटर कॉलेज में एजेंट के पास मोबाइल मिलने पर पुलिस ने सभी एजेंटों से कहा कि वे मोबाइल अपने जमा कर लें। बाद में जब चेक किया गया तो दो एजेंट्स के पास मोबाइल मिला। पुलिस ने उन्हें जीप में बैठा लिया। हालांकि बाद में उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया गया।

वोटर पर्ची के साथ पैसे बांटने का आरोप

तुर्कमानपुर में वार्ड नंबर 25 में पर्ची के साथ मतदाताओं को पैसा बांटने की शिकायत पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने आस-पास लगे मतदाता पर्ची के सभी स्टॉलों को हटा दिया। पुलिस की मौजूदगी के बाद वहां काफी संख्या में भीड़ लग गई। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया और भीड़ को काबू करने के लिए हल्के बल का भी प्रयोग भी किया।

ग्रामीण बूथों पर भी बवाल

शहर के साथ ही देहात में भी कुछ जगह विवाद सामने आया। मुंडेरा बाजार में दो सभासद प्रत्याशियों के पति आपस में भिड़ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया और मतदान होने तक उन्हें थाने पर ही बैठाया। वहीं, सहजनवा में एक बूथ पर वोट डालने गए लेखपाल ने बूथ के गेट पर ही अपनी बाइक खड़ी कर दी थी। पुलिस ने बाइक गिरा दी जिससे शीशा टूट गया। लेखपाल ने इसको लेकर हंगामा किया।

वोट दिलाने के आरोप में बवाल

जंगल तुलसी राम प्राथमिक विद्यालय पर शाम पौने छह बजे ईवीएम सील होने के समय भी मतदान जारी था। यहां अन्य प्रत्याशियों का आरोप था कि सिर्फ भाजपा के वोटर को ही अंदर आकर वोट देने दिया जा रहा है। बाकी को पुलिस भगा दे रही है। हंगामे की सूचना के बाद सीओ गोरखनाथ भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने प्रत्याशी की शिकायत पर कार्रवाई का भरोसा दिया।