-पुलिस ने आरोपी नौकर को रिमाण्ड में लेकर दो बैग बरामदगी का दावा किया

-आरोपी के परिजनों ने घर से बैग बरामदगी से किया इन्कार, कहा पुलिस झूठ बोल रही

KANPUR :

लालित्यम साड़ीज के मालिक को जिन्दा जलाकर मारने के केस में दो बैग की नई कहानी सामने आई है। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी नौकर को कस्टडी रिमाण्ड में लिया। पुलिस ने दोनों बैग बरामदगी का दावा किया। पुलिस के मुताबिक एक बैग में रुपए थे, लेकिन पुलिस उसे बरामद नहीं कर पाई है। वहीं, नौकर के परिजनों का कहना है कि पुलिस उसको घर लेकर आई है, लेकिन उनको घर से कुछ नहीं मिला। उसके मुताबिक पुलिस ने खुद ही बैग खरीदे है।

रोलैंड टॉवर में एक पखवारे पहले लालित्यम साड़ीज के मालिक ललित महेश्वरी को गोदाम में जंजीर से जिन्दा जलाकर मार दिया गया था। पुलिस ने उनके नौकर अनिल सोनी को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया था। जिसके बाद से पुलिस जांच के नाम पर शान्त बैठी थी। सोमवार को एसओ कमल यादव ने कोर्ट में हवाला दिया कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी नौकर अनिल दिखा था। वो व्हाइट और रेड कलर के बैग लिए थे। वो रेड बैग में गड्डियां रख रहा था। जिसकी बरामदगी के लिए उन्हें उसका कस्टडी रिमांड चाहिए। कोर्ट से हरी झण्डी मिलने पर वे आरोपी नौकर को उसके घर ले गए। जहां पर उन्हे दोनों बैग मिल गए। एसओ के मुताबिक व्हाइट बैग में साड़ी मिली है, जबकि रेड बैग खाली है। उन्होंने आरोपी से पूछताछ की, लेकिन उसने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है। वहीं, नौकर के परिजनों का कहना है कि पुलिस यहां पर उसको लेकर आई थी। उन्होंने किसी बैग के बारे में पूछताछ नहीं की, बल्कि उन्होंने अनिल और ललित के बीच कैसे संबंध है, इस बारे में पूछताछ की थी। उन्होंने घर बैग बरामदगी से इन्कार किया है। सवाल है कि पुलिस झूठ बोल रही है या नौकर के परिजन। वहीं, पुलिस को मर्डर के एक पखवारे बाद बैग का याद आया, जबकि इस हाईप्रोफाइल केस में सबकी निगाहें ली थी। पुलिस ने उस समय इस बिन्दू पर ध्यान कोई नहीं दिया। सीनियर एडवोकेट कौशल किशोर शर्मा के मुताबिक पुलिस के पास आरोपी नौकर के खिलाफ ठोस साक्ष्य नहीं थे। इसलिए पुलिस ने उसको फंसाने के लिए रिमाण्ड लेकर बैग्स की बरामदगी दिखायी है।