- एलयू में खाना मांगने पर न देने से नाराज कर्मचारियों की जमकर पीटाई

- वीसी ने दिए मामले की जांच कर एफआईआर दर्ज कराने के आदेश

LUCKNOW :

एलयू के सेंट्रल मेस में गुरुवार रात खाना देने से माना करने पर अज्ञात स्टूडेंट्स ने मेस में तोड़फोड़ के बाद कर्मचारियों को जमकर पीटा। जिससे डरकर कर्मचारी शुक्रवार को सेंट्रल मेस छोड़कर भाग गए और सुबह का ब्रेक फॉस्ट स्टूडेंट्स को नहीं मिला। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दूसरे मेस से कर्मचारियों की व्यवस्था कर मेस संचालन शुरू किया।

मफलर से छिपा था चेहरा

गुरुवार को मेस में खाना खिलाने का समय बीतने के बाद करीब आधा दर्जन स्टूडेंट्स आए। सभी ने अपने चेहरे टोपी और मफलर से ढंके थे। उन्होंने कर्मचारियों से खाना मांगा तो, कर्मचारियों ने खाना खत्म होने की बात कही है। जिसे पर उन्होंने वहां रखे समान को उठाकर फेकना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने जब उन्हें रोका तो उन्हें उनके साथ मारपीट की। जिसमें चार से पांच कर्मचारियों को गंभीर चोटें आई।

खाना कम पड़ने पर बवाल

सूत्रों का कहना है कि गुरुवार रात को खाना कम पड़ने से नाराज छात्रों ने सेंट्रल मेस में हंगामा किया। इस दौरान कुछ स्टूडेंट्स ने तोड़ फोड़ की थी। इसकी सूचना प्रॉक्टर को दी गई पर कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा। जिसके बाद देर रात हुई इस घटना से डर कर मेस के कर्मचारी भाग गए। एलयू के अधिकारियों का कहना है कि जनवरी में स्टूडेंट्स को मेस का बाकि पैसा जमा कराना है। ऐसे में कुछ अराजक तत्वों ने जानबुझकर मेस में तोड़फोड़ करने के साथ कर्मचारियों को पीटा है। ताकि मेस का संचालन बंद हो जाए।

स्टूडेंट्स का भड़का गुस्सा

शुक्रवार सुबह जब नाश्ते के लिए स्टूडेंट्स सेंट्रल मेस पहुंचे तो उनको वहां से वापस भेजा जाने लगा। जिसके बाद स्टूडेंट्स का गुस्सा भड़क उठा। उनका कहना था कि एलयू प्रशासन हर बार ऐसी घटनाओं पर कार्रवाई नहीं कर पाते है। जिस कारण से अराजक तत्व हर बार मेस में तोड़फोड़ करते है।

एफआईआर दर्ज कराने के आदेश

घटना के बाद वीसी प्रो। एसपी सिंह ने चीफ प्रॉक्टर प्रो। विनोद सिंह को पूरे मामले की जांच कर और आरोपी छात्रों की पहचान कर उन पर नामजद एफआईआर दर्ज कराने को कहा है।

सभी हमलावरों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। साथ ही प्रॉक्टर को अपनी निगरानी में मेस संचालन कराने को कहा गया है।

- प्रो। एसपी सिंह, वीसी, एलयू