कैंट स्टेशन पर थूकने वालों से वसूला जा रहा है फाइन

कैंपस पर साफ सफाई के लिए आने जाने वालों को किया जा रहा अवेयर

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अगर आप कैंट स्टेशन जा रहे हैं तो संभल कर जाइए। कैंपस में थूकना आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। जी हां, पीएम के संसदीय क्षेत्र का स्टेशन होने के कारण रेलवे कैंपस की साफ सफाई पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। इसके तहत स्टेशन के कोने कोने को चमकाने की कवायद हो रही है। इसी कड़ी में स्टेशन पहुंचने वाले पैसेंजर्स व पब्लिक को अवेयर करने के लिए जहां कैंपस में बोर्ड लगाए जा रहे हैं वहीं इधर उधर थूकने और पेशाब करने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। पकड़े जाने पर उनसे फाइन भी वसूला जा रहा है।

गलती किया है तो फाइन भरो

हालांकि रेलवे स्टेशन प्रिमसेस में बहुत पहले से गंदगी करने वालों पर फाइन चार्ज करने का प्रावधान है लेकिन जब से कैंट वीआइपी संसदीय क्षेत्र का स्टेशन बना है तब से यहां सफाई बड़ा मुद्दा बन गया है। छोटी छोटी बात पर भी बहुत पैनी नजर रखी जा रही है। इसमें स्टेशन कैंपस में इधर उधर थूकने वाले भी निशाने पर हैं। आलम यह है कि डेली इस तरह के लोग आरपीएफ और जीआरपी के हत्थे चढ़ रहे हैं। पकड़े गए लोगों से फाइन भी वसूला जा रहा है। रेलवे ऑफिसर्स के मुताबिक पान, गुटखा खाकर थूकने वाले और पेशाब करने वालों से 50 से सौ रुपये तक फाइन जमा कराया जा रहा है।

ताकि चेंज हो जाए आदत

ट्रेन पकड़ने और अपने परिचितों को स्टेशन छोड़ने पहुंचने वालों का कैंपस में जगह जगह थूकना आदत में शुमार है। दीवारों पर तो कोई प्लेटफॉ‌र्म्स पर सरेआम थूक देता है। इससे न केवल दीवारें गंदी होती हैं बल्कि स्टेशन की साफ सफाई को भी पलीता लगता है। इसको देखते हुए रेलवे ने स्टेशन कैंपस में आने जाने वालों को अवेयर करने का प्लैन तैयार किया है। इसके तहत मेन स्पॉट पर सफाई से रिलेटेड बोर्ड लगाया जा रहा है। अब तक सकुर्लेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल और वेटिंग रुम में 30 फ्लैक्स बोर्ड लगाए जा चुके हैं।

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स्टेशन की सफाई से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। गंदगी के लिए जिम्मेदार लोगों पर रेलवे के नियमानुसार कार्यवाई की जा रही है। आगे भी इसे जारी रखा जाएगा।

अश्वनी श्रीवास्तव, सीनियर डीसीएम, नॉर्दन रेलवे, लखनऊ डिवीजन