Meerut । इन दिनों लगातार बढ़ते कोहरे को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिए रोडवेज प्रबंधन ने रोडवेज बसों के पिछले शीशों पर लगे जाल और इमरजेंसी गेट को सुधारना शुरू कर दिया है। बसों के जाम हो चुके इमरजेंसी गेट को सही कराया जा रहा है। वहीं, बसों के पिछले शीशों पर लगे लोहे के जाल को हटाया जा रहा है। साथ ही बसों में लगे प्रेशर हार्न को हटाने का भी अभियान चलाया जा रहा है।

 

जाल हटाने के निर्देश

कोहरे में सफर के दौरान दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में यदि कभी दुर्घटना के बाद यात्री बस में फंस जाते हैं तो पीछे का शीशा तोड़कर उन्हें बाहर निकाला जा सकता है। ऐसे में पिछले शीशे पर लगा लोहे का जाल उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए सभी बसों से जाल हटाने का निर्देश मुख्यालय ने जारी किया था।

 

जुर्माने का प्रावधान

मुख्यालय के आदेश पर भैसाली डिपो से संचालित सभी बसों में लगे लोहे के जाल हटा दिए गए हैं और अनुबंधित बस चालकों को भी निर्देश दिए हैं इसके बाद भी यदि किसी बस में लोहे का जाल लगा मिला तो जुर्माना लगाया जाएगा।

 

बसों से उतारे गए प्रेशर हार्न

बीते दो दिन में भैसाली डिपो पर अभियान चलाकर बसों से प्रेशर हार्न हटाए गए। इन हॉर्न को हटाने के लिए चालक - परिचालकों को तीन माह पहले नोटिस दिए गए थे। बावजूद इसके, चालक प्रेशर हॉर्न हटा नही रहे थे। अभियान के तहत प्रेशर हॉर्न उतार कर जब्त किए गए।

 

सुरक्षा की दृष्टि से बसों के शीशों पर लगे जाल हटाया जा रहा है। आपातकाल में शीशे तोड़कर बाहर आया जा सकता है लेकिन जाल के कारण यात्री फंस जाते हैं।

- भारत भूषण, स्टेशन अधीक्षक