-चर्चित कालोनाइजर के समर्थकों व ग्रामीणों में विवादित जमीन पर कब्जे को लेकर हुआ विवाद

-दोनों पक्षों से दर्ज हुआ मुकदमा, महीना भर पहले भी हुआ था बवाल

सामूहिक शराब कांड के बाद चर्चाओं में आए सोएपुर गांव में मंगलवार की सुबह दो पक्षों में जमकर बवाल हुआ। कालोनाइजर महेश जायसवाल के समर्थकों और ग्रामीणों के बीच एक विवादित जमीन पर कब्जे के लेकर विवाद शुरू हुआ। जल्द ही दोनों पक्षों में पथराव होने लगा। ग्रामीणों की कई मड़इयां भी फूंक दी गई। मौके पर पहुंची फोर्स ने दोनों पक्षों को तितर-बितर किया। दोनों पक्षों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

किन्नरों ने शुरू किया बखेड़ा

ग्रामीणों का कहना है कि मंगलवार की सुबह अचानक बड़ी संख्या में किन्नर पहुंचे और ग्रामीणों की मड़इयों के सामने हंगामा करने लगे। ग्रामीणों ने विरोध किया तो कालोनाइजर के समर्थक मारपीट पर उतारू हो गए। इसके बाद बवाल बढ़ गया। गांव के लोगों ने कालोनाइजर के ऑफिस में आग लगा दी तो दूसरे पक्ष ने ग्रामीणों की कई मड़इयां फूंक दीं। मौके पर पहुंची फोर्स ने दोनों पक्षों को हटाया और फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। अगलगी में रामबाबू, सारंगी, तारा देबी, जतन, मूरत समेत आधा दर्जन ग्रामीणों की मड़इयां खाक हो गई।

आबादी की जमीन का विवाद

सोएपुर गांव में तालाब और आबादी की जमीन को लेकर कालोनाइजर और ग्रामीणों के बीच वर्षो से खींचतान चली आ रही है। कालोनाइजर जमीन के मालिकाना हक को लेकर कोर्ट के आदेश का हवाला देता है तो ग्रामीणों का कहना है कि गांव की आबादी की जमीन और तालाब की पैमाइश कर उसे अलग किया जाए। इसे लेकर महीना भर पहले भी ग्रामीणों ने काफी बवाल किया था।

वर्जन

गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है। तीन तहरीरें मिली हैं, इनमें से दो एफआईआर और एक एनसीआर दर्ज की गई है। गांव में अशांति फैलाने वालों से पुलिस कड़ाई से निपटेगी।

प्रशांत वर्मा, सीओ कैंट