- कार स्वामियों की गलती से आग का गोला बनती है कार

- जरा सी लापरवाही ले सकती है आपकी जान

- समय पर सर्विस और अच्छी कंपनी की गैस किट लगाने की आवश्यकता

Meerut: सावधान आपकी कार में भी आग लग सकती है। कार में आग लगने के कई कारण निकलकर सामने आए हैं। एक तो कार मालिक की लापरवाही, जो समय-समय पर सर्विस नहीं कराते हैं। वहीं दूसरी गलत ढंग से कार में एसी, एलपीजी किट घटिया कंपनी का लगवाना आग का मुख्य कारण बन जाता है।

ऐसे लग सकती है कार में आग

पेट्रोल लिकेज

कार में शॉर्ट सर्किट से आग तब लगती है जब कहीं से पेट्रोल लिकेज होता है। पेट्रोल पाइप से लीक होकर वायरिंग से टच होता है, जिससे कार में आग लग जाती है।

गलत ढंग से एसी लगवाना

कुछ कार बिना एसी कार आती हैं, उसमें कुछ कार स्वामी बाहर से एसी लगवा लेते हैं, जिसकी वायरिंग का हिसाब गड़बड़ा जाता है। यह भी आग की वजह हो सकती है। यदि कार एसी वाली है तो ही एसी लगवाना चाहिए अन्यथा बचना चाहिए।

वायरिंग चिपक जाना

कार के बोनट पर कई तरह की वायरिंग होती है। यदि यह वायरिंग आपस में चिपक जाती है तो वह भी आग का कारण हो सकती है।

एंप्लिफायर कनेक्शन

कार में एंप्लिफायर कनेक्शन कार में आग का बहुत बड़ा कारण होता है। वायरिंग पर ज्यादा लोड पड़ता है। एंप्लिफायर से कार स्वामी को बचना चाहिए।

किट से बचना

बिना सीएनजी या फिर एलपीजी कार में लोग सस्ती और गलत प्रकार से कार में किट लगवा लेते हैं, जिसके चलते गैस लिकेज, वायरिंग का चिपकना या फिर गैस का अतिरिक्त प्रेशर भी आग लगने का बड़ा कारण होता है।

कंपनी खत्म कर देती है वारंटी-गारंटी

कुछ कार ऐसी होती हैं, जिसमें कंपनी पहले ही साफ निर्देश देती है कि इस कार में सीएनजी या एलपीजी किट नहीं लगानी चाहिए, जिसके लिए कंपनी एक बुक भी देती है। यदि कोई कार स्वामी नियमों का उल्लंघन कर किट लगवाता है तो उसके लिए की वारंटी और गारंटी भी कैंसिल हो जाती है। लेकिन बावजूद इसके लोग किट लगवा लेते हैं। जो खुद ही मौत को बुलावा देना होता है।

आग से बचाव के उपाय

क्। आग से बचाव के लिए समय-समय पर अच्छे मैकेनिक से सर्विस कराए।

ख्। यदि कार में से जलने की बदबू आ रही है तो तुरंत मिस्त्री से संपर्क करें, जरा भी लापरवाही न बरते।

फ्। हर दो महीने में सर्विस पर ले जाने के दौरान पूरी वायरिंग इलैक्ट्रीशियन से चेक कराए, बैट्री को भी चेक कराए।

ब्। कोई भी वायरिंग का तार नंगा नहीं रहने दें, यदि कहीं से तार नंगा है तो उस पर टेप लगवाए, क्योंकि जरा सी चिंगारी पकड़कर ही कार में आग लग जाएगी।

भ्। यदि कार में एलपीजी या फिर सीएनजी किट लगवानी है तो अच्छी कंपनी के शोरूम से एक्सपर्ट की राय लेने के बाद लगवाए।

कार स्वामी की लापरवाही की वजह से कार में आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं। समय पर सर्विस नहीं कराना, गलत ढंग से एसी लगाना या फिर किट लोकल कंपनी की लगाना यह आग का कारण होती है। शोरूम में संपर्क कर सलाह लेने के बाद ही किट या फिर कार में काम कराना चाहिए।

जेएस राना

वर्क मैनेजर एवं एक्सपर्ट

हुंडई दास मोटर्स

आबूलेन मेरठ।

कार में आग की घटनाएं तब सामने आती हैं जब वायरिंग आपस में चिपक रही होती है। जिससे शॉर्ट सर्किट से आग लग जाती है। कार में गलत ढंग से एलपीजी या फिर सीएनजी की लोकल किट भी आग का सबसे बड़ा कारण होती है। गैस लीक होने से भी हादसा हो जाता है। मैकेनिक और इलैक्ट्रीशियन से संपर्क के बाद ही किट लगवानी चाहिए, लोकल के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।

दानिश, इलैक्ट्रीशियन

हुंडई दास मोटर्स

आबूलेन

कुछ ग्राहक ऐसे होते हैं, जो अपनी कार में लोकल सीएनजी या फिर एलपीजी किट लगा लेते हैं, यह आग का सबसे बड़ा कारण होता है। शॉर्ट सर्किट से आग उस अवस्था में लगती है जब पेट्रोल लीक होकर वायरिंग से लगता है। इसके लिए समय-समय पर वायरिंग और सर्विस करानी चाहिए। पेट्रोल का पाइप भी समय-समय पर चेक किया जाना चाहिए।

नावेद, मैकेनिक

बांबे सर्विस सेंटर

छीपी टैंक

कार को एक महीने में एक बार जरूर चेक कराना चाहिए। कार की समय-समय पर गैस किट भी सर्विस कराते रहना चाहिए, ताकि यदि कुछ लिकेज या कनेक्शन में कुछ गलती हो तो उसको पहले ही सुधारा जा सके। कंपनी की किट लगाने के लिए हम ग्राहक को प्रेरित करते हैं। सर्विस के दौरान हम कार को पूरा चेक करते हैं कि कोई कमी तो नहीं रह गई।

वसी उल्ला, मैकेनिक

यूनिवर्सल सर्विस सेंटर