-एनडीआरएफ के बनारस आने के बाद आपदा से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड को मिला एडवांस रेस्क्यू टेंडर

-आपदा, रेल हादसा और अन्य बड़ी घटनाओं में राहत बचाव के लिए मशीन बन सकती है वरदान

VARANASI

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में आपदा प्रबंधन को लेकर एनडीआरएफ के आने के बाद एक और अच्छी पहल हुई है। इस पहल के मद्देनजर आपदा से निपटने और इस दौरान रेस्क्यू करने के लिए सूबे की पहली एडवांस रेस्क्यू टेंडर मशीन मिल चुकी है। ये मशीन कुछ दिनों पहले ही बनारस के फायर डिपार्टमेंट के बेड़े में शामिल हुई है। एक करोड़ रुपये कीमत की ये हाईफाई मशीन ऐसी मशीनों से लैस है जो मुश्किल से मुश्किल कंडीशन में फंसे लोगों की मदद कर उनको रेस्क्यू करने में बड़ी मददगार साबित हो सकती है। खास बात ये है कि ये महामशीन सिर्फ बनारस ही नहीं बल्कि दस दूसरे जिलों में भी आपदा की कंडीशन में मदद के लिए भेजी जाएगी।

अब बढ़ेगी सक्रियता

आपदा प्रबंधन में वैसे तो एनडीआरएफ की टीम अत्याधुनिक संसाधनों से लैस है लेकिन एडवांस रेस्क्यू टेंडर के आ जाने के बाद अब फायर ब्रिगेड की भागीदारी आपदा प्रबंधन में ज्यादा होगी। आग लगने या अन्य किसी प्राकृतिक आपदा के अलावा रेल हादसे या फिर किसी बड़े सड़क हादसे के दौरान भी इस रेस्क्यू व्हेकिल का इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसमे मौजूद उपकरणों की मदद से बड़े से बड़े मुश्किल काम को भी फायर ब्रिगेड आसानी से निपटा देगी। जिसके लिए बाकायदा फायर ब्रिगेड को तीन दिनों की ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है और आगे दूसरे चरण की ट्रेनिंग जल्द होने वाली है। खास बात ये है कि रेस्क्यू व्हेकिल को बनारस के अलावा चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही, आजमगढ़, मऊ और बलिया भी भेजा जायेगा।

मुम्बई के बाद बनारस में

चीफ फायर ऑफिसर राकेश राय इस नई गाड़ी के आने के बाद काफी खुश हैं। उनका कहना है कि इस गाड़ी का यहां होना बड़ी उपलब्धि है क्योंकि तीन साल पहले मैंने ये गाड़ी मुम्बई में देखी थी। जिसके बाद जब बनारस आया तो इसकी डिमांड शासन को भेजी और शासन ने ये गाड़ी एक करोड़ की लागत से खरीदकर यहां भेज दी। इस तरह अब बनारस फायर ब्रिगेड के बेड़े में आठ करोड़ की लागत की दो हाईड्रोलिक फायर टेंडर और एक करोड़ की लागत की एडवांस रेस्क्यू टेंडर शामिल हो गई है।

ये हैं इस व्हेकिल की खासियत

- रेस्क्यू टेंडर में हाईपावर जेनसेट की व्यवस्था है

- इससे भ्0 मीटर रेडियस में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रोशनी की जा सकेगी

- आपदा प्रबंधन के दौरान सबसे भारी वस्तुएं (ब्0 टन) तक को ये व्हेकिल हटा सकती है

- व्हेकिल में कांबी टूल्स की भी है सुविधा

- इस टूल्स की मदद से सीमेंट की दीवार, छत और लोहे की मोटी चादर को छेदा जा सकता है

- स्मोक सूट का ऑप्शन इस व्हेकिल को बनाता है और खास

- इसकी मदद से जहरीले केमिकल से प्रभावित स्थानों तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा