-1953 में न्यू सिदगोड़ा पूजा कमिटी की स्थापना हुई थी, 1977 में पहली बार डेकोरेटेड पंडाल बना था

-डिफरेंट थीम पर बनते रहे हैं पंडाल, मेला भी है अट्रैक्ट करता है लोगों को

JAMSHEDPUR : ऋषिकेश का लक्ष्मण झूला आपने देखा है। अगर नहीं तो शहर के न्यू सिदगोड़ा पूजा पंडाल पहुंच जाइए। यहां का पंडाल क्70 फीट चौड़ा है जो ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला से आपको रू-ब-रू कराएगा। शहर के सबसे पुराने पंडालों में शामिल इस बार पंडाल की ऊंचाई 90 फीट रखी गई और मां की प्रतिमा फ्0 फीट की ऊंचाई पर है। इस बार पंडाल की लागत लगभग क्क् लाख रुपए है। म्क् साल पुराना यह पंडाल इसलिए भी खास है क्योंकि क्977 में रजत जयंती वर्ष में शहर का पहला डेकोरेटेड पंडाल होने का गौरव भी इसी को हासिल है।

हैरी पॉटर का किला और ज्ञानेश्वरी हादसे पर भी बन चुका है पंडाल

इस पूजा कमिटी के पहले अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार बागची थे। 8ख् में पहली बार किसी पुलिस ऑफिसर को उपाध्यक्ष बनाया गया जो अंबिका सिंह थे जो वर्तमान संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह के पिता थे। क्989 में चंद्रगुप्त सिंह अध्यक्ष बने और ख्009 से वे इसके संरक्षक हैं। ख्008, 09 में न्यू सिदगोड़ा पूजा कमिटी को डिसीप्लीन के लिए अवार्ड भी मिल चुका है। इससे पहले के वर्षो में यहां का पंडाल, हावड़ा ब्रिज में जहाज टकराने, गया में पुल से राजधानी एक्सप्रेस के गिरने, हैरी पॉटर किला, होटल ताज पर अटैक और जयपुर के हवा महल पर बेस्ड बनाया जा चुका है।

मेला है बहुत खास

न्यू सिदगोड़ा पूजा कमिटी द्वारा बनाए गए शानदार पूजा पंडाल ही नहीं बल्कि मैदान में लगने वाला मेला भी लोगों को अट्रैक्ट करता है। सिदगोड़ा की रहने वाली पवित्रा कहती हैं कि इस मैदान में लगने वाले मेला में वे अपने फ्रेंड्स के साथ घूमने जरूर आती हैं। ममता सिंह का कहना था कि आज के इंटरनेट युग में बच्चों को मेला का आनंद यहां मिलता है। मेले में डिफरेंट टाइप्स के झूले के अलावा बच्चों के एंटरटेन्मेंट के लिए और भी बहुत कुछ है।

न्यू सिदगोड़ा पूजा कमिटी द्वारा हर बार शानदार पंडाल बनाया जाता है। इस बार भी हमें ऋषिकेश का लक्ष्मण झूला यहां देखने का मौका मिल रहा है।

- पवित्रा

यहां का पंडाल तो हर बार अच्छा बनाया जाता है साथ ही मेले में बच्चों के लिए बहुत कुछ होता है। इस पंडाल को देखने आने वाले घंटों यहां टाइम स्पेंड कर सकते हैं।

- आरती वर्मा

प्रत्येक साल किसी खास थीम पर यहां का पंडाल बनाया जाता है। हर बार कुछ ऐसा किया जाता है जो लोगों को अट्रैक्ट करता है।

- ममता सिंह

यहां के पंडाल का डेकोरेशन बहुत खास होता है। इस बार भी क्70 फीट चौड़ा पंडाल बनाया गया है जो काफी खूबसूरत दिख रहा है।

- राखी

शहर में डेकारेटेड पंडाल बनाने की शुरुआत क्977 में यहीं से हुई थी। हर बार की तरह इस बार भी पंडाल कुछ अलग और खास बनाया गया है। बहुत पुराना और शानदार इतिहास रहा है इस पूजा कमिटी का।

- चंद्रगुप्त सिंह, संरक्षक न्यू सिदगोड़ा पूजा कमिटी