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दवाओं के विभिन्न ब्रांड के नाम और दाम की मिलेगी पूरी जानकारी

मोबाइल पर करिए ऐप डाउनलोड, मिलेगी सस्ती दवा खरीदने की सहूलियत

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: डॉक्टर ने पर्चे पर दवा लिखी और हम सीधे पहुंच गए मेडिकल स्टोर। जितना पैसा मांगा दे दिया। लेकिन, अब ऐसा नही होगा। आप चाहे तो मोबाइल पर उस दवा के दूसरे कंपनियों के ब्रांड और उनके दाम की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां तक कि दवा के साल्ट के जेनेरिक मेडिसिन के नाम और दाम की जानकारी भी ले सकते हैं। मतलब उसी दवा को कम दाम में खरीदने का विकल्प भी उपलब्ध होगा। यह सुविधा एनपीपीए (नेशनल फार्मास्युटिकल्स प्राइसिंग अथारिटी) ने आपके मोबाइल पर उपलब्ध करा दी है, बस यूज करने की देर है।

एप करिए डाउनलोड

खानपान, कपड़े सहित अन्य चीजों की खरीदारी में लोग दुकान पर ऑप्शन की जानकारी लेते हैं। उसके दाम में वैरिएशन पर भी चर्चा करते हैं। सोच समझकर सस्ता प्रोडक्ट खरीदते हैं लेकिन दवाओं में ऐसा नही है। जो डॉक्टर ने पर्चे पर लिख दिया वही आंख मूंदकर खरीद लिया जाता है। एनपीपीए ने मरीज की इस दुविधा को दूर करने के लिए अपनी वेबसाइट के मेन पेज पर फार्मा सही दाम विंडो दी है। इस पर जाकर क्लिक करने पर यह आपके एंड्रायड मोबाइल फोन पर ईमेल आईडी के जरिए डाउनलोड हो जाएगी। फ्री ऑफ कास्ट इस ऐप का यूज कभी भी कही भी किया जा सकता है।

रजिस्टर्ड दवाओं की डिटेल मौजूद

मार्केट में बिकने वाली अधिकतर ब्रांडेड और जेनेरिक दवाओं का रजिस्ट्रेशन एनपीपीए में है। ऐसे में मोबाइल ऐप पर दवा का नाम डालते ही उसके दूसरे ब्रांड नेम भी ओपेन हो जाएंगे। इनमें उनके दाम भी लिखे होंगे। मसलन, एक कंपनी की वही दवा दूसरी कंपनी कम दामों में बेच रही है तो आप उसे आसानी से खरीद सकेंगे, क्योंकि इसकी जानकारी फार्मा सही दाम ऐप में उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा जेनेरिक मेडिसिन ऑप्शन में दवा का नाम डालते ही उसके जेनेरिक प्राइस भी ओपेन हो जाएंगे। इससे सस्ती दवाएं खरीदने में मरीजों को सहूलियत मिलेगी।

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मार्केट में बना है हौव्वा

बता दें कि मार्केट में दवाओं को लेकर हौव्वा बना हुआ है। कंपनियों और डॉक्टरों के बीच कमीशन के खेल में मरीजों को जान बूझकर कुछ डॉक्टर महंगी दवाएं लिखते हैं और मेडिकल स्टोर संचालक इसे खरीदने को मजबूर भी करते हैं। जबकि ऐसा नही होना चाहिए। अगर मरीज या परिजन को अन्य ब्रांड ऑप्शन की जानकारी हो तो वही दवा सस्ते दामों पर खरीदी जा सकती है। जिसके फायदा लगभग सेम होगा।

मरीजों की सहूलियत के लिए एनपीपीए की वेबसाइट पर कई मोबाइल ऐप लांच की गई हैं। अगर पब्लिक इनका फायदा ले तो सस्ता इलाज मुहैया हो सकता है, जरूरत है तो लोगों के जागरुक होने की।

केजी गुप्ता,

असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर, इलाहाबाद मंडल