दैनिक जागरण आई नेक्स्ट एक्सक्लूसिव

-डिजीटल इंडिया के नारे के बाद भी केस्को में पूरी तरह से ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम नहीं

-ऊर्जा मंत्री ने करप्शन रोकने को रूरल एरियाज में ऑनलाइन बिलिंग चालू करने को कहा

-एक तिहाई रेवेन्यू देने वाले 1100 बल्क पावर कंज्यूमर्स के लिए ऑनलाइन सिस्टम नहीं

KANPUR: करप्शन रोकने के लिए पावर मिनिस्टर शहरों की तरह रूरल एरिया में भी ऑनलाइन बिलिंग किए जाने को कह रहे हैं। लेकिन हकीकत ये है कि यूपी के कवाल टाउन में गिने जाने वाले कानपुर में ही पूरी तरह ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम शुरू नहीं हो पाया है। केस्को को हर महीने करीब एक तिहाई रेवेंयू देने वाले बल्क पावर कनेक्शन यानि इंडस्ट्रियल कन्ज्यूमर्स की बिलिंग भी अभी तक केस्को ऑनलाइन नहीं कर सका है। जिसके चलते प्राइम मिनिस्टर के डिजिटल इंडिया में भागीदार बनने की बजाए इंडस्ट्रियलिस्ट हर महीने लाखों, करोड़ों का कैश जमा करने का जोखिम उठाने को मजबूर हैं। इसके पीछे मुख्य वजह बिलिंग में होने वाला बड़ा 'खेल' बताया जा रहा है।

सबसे ज्यादा रेवेंयू

सिटी में केस्को के 5.62 लाख कनेक्शन हैं। इनमें सबसे अधिक 4.72 लाख डोमेस्टिक और दूसरे नम्बर 77,158 कॉमर्शियल कनेक्शन हैं। वहीं 11,184 स्मॉल एंड मीडियम पावर कनेक्शन हैं। इनमें से 56 केवीए या 50 किलोवॉट से अधिक वाले करीब 1100 से कम बल्क पावर कनेक्शन हैं। इनसे हर महीने तकरीबन 67 करोड़ का रेवेंयू केस्को को मिलता है। जो कि केस्को के टोटल रेवेंयू का करीब एक तिहाई है। एक तिहाई रेवेंयू के बावजूद बल्क पावर कन्ज्यूमर्स को अभी तक डोमेस्टिक या कॉमर्शियल कनेक्शंस की तरह ऑनलाइन बिलिंग की सुविधा केस्को नहीं दे सका है। ये जरूर है कि बल्क कनेक्शन के लिए केस्को मुख्यालय में एक अलग बल्क सेल बना हुआ है। जहां बल्क कनेक्शंस की मीटर रीडिंग कलेक्ट कर बिल प्रिन्ट किए जाते हैं। फिर यही बिल इन बल्क कन्ज्यूमर्स तक पहुंचाए जाते हैं।

नहीं जमा कर सकते ऑनलाइन

ऑनलाइन बिलिंग न होने की वजह से बल्क कन्ज्यूमर आरटीजीएस, एनईएफटी, क्रेडिट या डेबिट कार्ड आदि के जरिए ऑनलाइन बिल भी नहीं जमा कर पाते हैं। उन्हें बिल जमा करने के लिए प्रिंट बिल लेकर केस्को मुख्यालय या संबंधित डिवीजन के कैश काउंटर की दौड़ लगानी पड़ती है। कई चेक या डिमांड ड्राफ्ट न बन पाने की वजह से लाखों रुपए कैश जमा करने का जोखिम भी उठाना पड़ता है।

उनका फायदा, इनका नुकसान

केस्को सोर्सेज की मानें तो जानबूझकर बल्क कन्ज्यूमर्स की ऑनलाइन बिलिंग नहीं की गई है। अगर ऑनलाइन बिलिंग हो जाएगी तो पावर फैक्टर, लास्ट डेट, मीटर रीडिंग, बिल एडवाइस आदि में 'खेल' नहीं हो सकेगा। इंडस्ट्रियलिस्ट को बिलिंग प्रॉब्लम को लेकर केस्को ऑफिसर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। फिर बिल सही करने के नाम पर केस्को इम्प्लाई को कोई फायदा भी नहीं मिलेगा।

'केस्को के रेवेंयू में बल्क पावर कन्ज्यूमर्स का बहुत ही अहम रोल है। इनकी बिलिंग पहले ही ऑनलाइन कर दी जानी चाहिए। उन्होंने बिलिंग से गड़बड़ी से इंकार करते हुए कहा कि ऑडिट भी कराया जाता है। जल्द ही ऑनलाइन बिलिंग कराई जाएगी.'

- आरएस यादव, डायरेक्टर टेक्निकल केस्को

डोमेस्टिक- 472273

कॉमर्शियल - 77158

पब्लिक लैम्प्स- 18

पब्लिक एंड प्राइवेट इंस्टीट्यूशंस- 820

स्मॉल एंड मीडियम पावर- 11184