-पहली बार सर्वसम्मति के साथ चुने गए कार्यकारिणी सदस्य, पहले ही लिखी जा चुकी थी पटकथा

-महज 30 मिनट में पूरा हो गया नगर निगम कार्यकारिणी का चुनाव, चुन लिए गए 12 सदस्य

-सदन शुरू करने से पहले भूल गए वंदे मातरम, नीचे बैठे वरिष्ठ पार्षद चलाते रहे सदन

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KANPUR : शहर की नई सरकार का पहला सदन भाईचारे के बीच निपट गया। यह सदन कार्यकारिणी चुनाव के नाम रहा। सदन की पटकथा एक रात पहले ही लिखी जा चुकी थी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पहले ही बता दिया था कि सर्वसम्मति से चुनाव हो सकते हैं और हुआ भी वही। 30 मिनट में कार्यकारिणी के सभी सदस्य चुन लिए गए। जबकि चुनाव का समय शाम 7 बजे के बाद तक था। राजनैतिक दांव-पेचों के बीच सभी पार्टियों ने एक-दूसरे का साथ दिया और कार्यकारिणी चुनी गई। जिसमें भाजपा के 8 सदस्य, सपा के 2 और कांग्रेस के 2 सदस्य निर्विरोध चुन लिए गए।

एक रात पहले ही सब सेट हो गया

भाजपा ने सदन से एक दिन पहले ही सदन के उपनेता के रूप में महेंद्र नाथ पांडेय को चुन लिया गया था। इसके साथ ही देर रात तक सर्वसम्मति से चुनाव कराने के लिए भाजपा ने पूरा जोर लगा दिया, जिसमें वह कामयाब हो गई। सदन शुरू होने के बाद कार्यकारिणी चुनाव की घोषणा की गई। जिसके बाद सदन को पार्षदों में विचार विमर्श को 1 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। जिसमें निर्दलीय पार्षद मनोज पांडेय ने कार्यकारिणी चुनाव लड़ने के लिए एलान कर दिया लेकिन बीजेपी पार्षदों ने उन्हें मना लिया। सदन फिर 12:40 बजे शुरू हुआ और 30 मिनट के लिए फिर स्थगित कर दिया गया।

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और रच दिया इतिहास

सदन 1.23 बजे पर फिर शुरू हुआ और कार्यकारिणी चुनाव का एलान किया गया। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने महापौर की अनुमति पर अपर नगर आयुक्त अमृत लाल बिंद और संयुक्त नगर आयुक्त को चुनाव का प्रभारी बनाया। चुनाव की प्रक्रिया 1.30 बजे से शुरू होकर 7 बजे तक की बताई गई। कुल 24 नामांकन फार्म लिए गए, जिसमें 9 फार्म बिना भरे और 3 फार्म भरकर वापस कर दिए गए। कुल 12 पार्षदों के फार्म ही बचे और 30 मिनट में ही कार्यकारिणी चुनाव को संपन्न कर इतिहास रच दिया।

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भूल गए वंदे मातरम

पहले सदन में कई गलतियां हुई, जिसको वरिष्ठ पार्षदों ने मैनेज कर लिया। सदन शुरू होने से पहले वंदेमातरम नहीं हुआ और महापौर प्रमिला पांडेय ने सदन की शुरुआत की घोषणा कर दी। पार्षद नीलम मिश्रा के टोकने पर वंदे मातरम हुआ और सदन की शुरुआत हुई।

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निर्दलियों का कोई नहीं

सदन में सबसे पीछे बिठाए जाने पर निर्दलियों पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। निर्दलीय पार्षद अनुज गुप्ता ने कहा कि सभी निर्दलीय पार्षदों के लिए अलग दीर्घा बनाई जाए, महापौर ने अगली बार सही व्यवस्था के लिए आश्वासन दिया।

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हर वार्ड में होंगे 10 लाख के विकास कार्य

पहले सदन में भले ही विकास के मुद्दे पर कोई बहस न हुई हो, लेकिन विकास के लिए प्रत्येक वार्ड को 10-10 लाख रुपए की सौगात दी गई। महापौर प्रमिला पांडेय ने सदन के खत्म होने के दौरान सभी पार्षदों को अपने-अपने वार्ड के लिए 10 लाख रुपए के विकास कार्यो के प्रस्ताव देने के लिए कहा।

विधायक ने उठाई कई मांगे

पदेन सदस्य सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने सदन में एसी लगाने और पुराने माइक को ठीक किए जाने की डिमांड की, जिस पर वरिष्ठ पार्षद कमल शुक्ला बेबी ने विधायक निधि से इसे ठीक कराने की बात कह डाली। इस पर विधायक ने कहा कि मैं तो खुद यहां मांग कर रहा हूं, आप मुझसे ही डिमांड कर रहे हैं।

हम सब एक हैं के लगे नारे

सदन में कार्यकारिणी सदस्य सर्वसम्मति से चुने के बाद सभी पार्षदों ने एक-दूसरे का धन्यवाद दिया और हम सब एक हैं कि नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद सभी पार्षदों ने एक-दूसरे के सुर में सुर मिलाया।

पदेन सदस्य भी हुए शामिल

-अमिताभ बाजपेई, विधायक

-दिलीप सिंह यादव, एमएलसी

-सोहेल अंसारी, विधायक

-नीलिमा कटियार, विधायक

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ये चुने गए कार्यकारिणी सदस्य

सपा- लियाकत अली

अभिषेक गुप्ता

कांग्रेस- मो। अमीम खान

जयप्रकाश पाल

भाजपा- नवीन पंडित

महेंद्र पांडेय पप्पू

गुरु नारायण गुप्ता

विजय यादव

रीता पासवान

संतोष साहू

गोपाल गुप्ता

जितेंद्र गांधी

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सदन ने इतिहास रच दिया है। अब पूरे 5 साल ऐसे ही सौहार्द के साथ सभी दल के पार्षद एक साथ विकास के कार्य भी करेंगे। मेरे लिए सभी पार्षद एक बराबर हैं।

-प्रमिला पांडेय, महापौर