भारत से काफी आगे

जानकारी के मुताबिक कल चीन ने पहली बार भारतीय मीडिया के सामने अपने संस्थानों का ताला खोला है। इस दौरान चीन की एक ऐसी तस्वीर उभरकर सामने आई है जिससे साफ होता है कि चीन आधुनिक सुरक्षा उपकरणों में भारत से काफी आगे हैं।चीन दिन ब दिन सैन्य रूप से अधिक विस्तृत हो रहा है। उदाहरणस्वरूप  साल 2015 के आकड़ों में जहां भारत के पास करीब 90-110 हथियार हैं, तो वहीं चीन के पास करीब 250 परमाणु हथियार है। सूत्रों की माने तो चीन में इस तरह के सैन्य अनुसंधान केंद्र का दौरा बड़ी मुश्िकल से होता है। चीन जब भी यहां सेना उपकरणों से जुड़े किसी कार्यक्रम का आयोजन करता ह तो उसमें भी भारतीय मीडिया को दूर रखता है। वह उसे आमंत्रित नहीं करता है।

अर्जुन को काफी सराहा

वहीं इस दौरान बीजिंग स्थित अकादमी के उपकमांडर वरिष्ठ कर्नल लिउ देजांग ने भारत के मुख्य युद्ध टैंक (एमबीटी) अर्जुन को काफी सराहा। भारत के एमबीटी की तारीफ करते हुए उनका कहना था कि अर्जुन टैंक को देखकर लगता है कि शस्त्रबलों की इंजीनियरिंग जरूरतों पर इसमें काफी ध्यान दिया गया है। इसके अलाव इस मौके पर जब उनसे अमेरिका अमेरिका के आधुनिक टैंक और चीन के एमबीटी की तुलना की गई तो, उन्होंने दोनों को अपनी अपनी जगह ताकतवर बताया। उनका कहना रहा कि दोनों ही देशों के इन उपकरणों का काम अलग अलग है। जिससे इनकी तुलना ठीक नहीं हैं।

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