अमेरिकी राष्ट्रपति अलास्का दौरे पर हैं

यह घटना ऐसे समय सामने आई है, जब राष्ट्रपति बराक ओबामा जलवायु परिवर्तन पर सम्मेलन के सिलसिले में अलास्का के दौरे पर हैं। दक्षिण चीन सागर और हैकिंग मामले को लेकर वाशिंगटन और बीजिंग के बीच पहले से ही तनाव व्याप्त है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के एक प्रवक्ता जेफ डेविस ने बताया कि यह पहला मौका है जब चीन के 5 नौसैनिक पोतों को बेङ्क्षरग सागर में देखा गया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में सभी देशों के नौसैनिक पोतों के स्वतंत्र आवागमन का सम्मान करता है, लेकिन यह अंतर्राष्ट्रीय कानून के मुताबिक होना चाहिए। बेङ्क्षरग सागर में चीन का एक एंफिबीयस (पानी और जमीन पर चलने में सक्षम), एक ईंधन भरने वाला और तीन युद्धपोत देखे गए हैं। चीनी रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर इसे रूस के साथ अभ्यास खत्म होने के बाद नियमित अभियान बताया है।

जहाजों की हो रही है निगरानी

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉश अर्नेस्ट ने भी स्पष्ट किया है कि चीनी पोतों को गैरकानूनी या संदिग्ध गतिविधियों में शामिल नहीं पाया गया है, लेकिन उनकी लगातार निगरानी की जा रही है। आर्कटिक क्षेत्र में प्रचूर मात्रा में खनिज संपदा होने के अनुमान के चलते वहां कई देशों ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। वाशिंगटन स्थित चीनी मामलों के विशेषज्ञ डेन चेंग ने बताया कि बेङ्क्षरग सागर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर चीन अपनी नौसैनिक क्षमता का संदेश देना चाहता है।

सितंबर में है चीनी राष्ट्रपति का संभावित अमेरिकी दौरा

इसी साल सितंबर में चीन के राष्ट्रपति अमेरिका यात्रा पर जाने वाले हैं ऐसे में चीन ने अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में बढ़ती अपनी महत्वाकांक्षाओं से दुनिया को फिर से रूबरू कराया है। ताजा मामले में चीन के पांच जंगी पोतों को अमेरिकी राज्य अलास्का के तट के पास बेङ्क्षरग सागर में देखा गया है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अमेरिकी यात्रा से ठीक पहले बीजिंग के इस कदम से दोनों देशों के बीच तल्खी और बढ़ सकती है।

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