- आईआईटी से मेडिकल कॉलेज चौराहा के बीच मेट्रो ट्रैक के लिए सैटरडे को होगा सर्वे

-राइट्स, एलएमआरसी के साथ केडीए, एडमिनिस्ट्रेशन के ऑफिसर्स भी होंगे साथ

- 8 किलोमीटर का ये मेट्रो ट्रैक एलीवेटेड होने की उम्मीद, अंडरग्राउंड की तुलना में एलीवेटेड ट्रैक में होता है खर्च कम

KANPUR@Inext.co.in

KANPUR: सिटी में सबसे पहले जीटी रोड पर आईआईटी से मेडिकल कॉलेज के बीच मेट्रो रेल दौड़ने की संभावना है। लगभग 8 किलोमीटर के इस मेट्रो ट्रैक का ज्यादा हिस्सा एलीवेटेड बनाया जाएगा। इसके संकेत भी मिलने लगे है, सैटरडे को मेट्रो के इस ट्रैक को लेकर राइट्स, एलएमएलसी, एडमिनिस्ट्रेशन, केडीए सहित अन्य डिपार्टमेंट्स के ऑफिसर जीटी रोड पर जुटेंगे। मेडिकल कॉलेज चौराहा से आईआईटी के बीच सर्वे करके इस मेट्रो के इस रूट पर आने वाली दिक्कतों आदि चिन्हित करेंगे।

राइट्स तैयार कर डीपीआर

गौरतलब है कि सिटी में मेट्रो दौड़ाने की कोशिशें तेज हो चुकी हैं मेट्रो ट्रेन की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस तैयार कर रहा है। राइट्स पहले इंसेप्शन रिपोर्ट का प्रजेंटेशन भी कमिश्नर मो.इफ्तिखारुद्दीन की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में कर चुका है और मेट्रो को लेकर मीटिंग्स का दौर लगातार जारी है। राइट्स को अगस्त तक मेट्रो रेल की डीपीआर बनाकर देने का टारगेट केडीए ने सौंपा है।

फ्ब् किलोमीटर दौड़ेगी मेट्रो

मेट्रो के लिए राइट्स ने दो रूट सेलेक्ट किए हैं। इनमें एक आईआईटी, मेडिकल कॉलेज, बड़ा चौराहा, फूलबाग, कैनाल पटरी, घंटाघर, ट्रांसपोर्ट नगर, बारादेवी और नौबस्ता बाईपास चौराहा है। इस रूट की लंबाई ख्भ् किलोमीटर के लगभग है। वहीं दूसरा जरौली से बर्रा-7, बर्रा-8, दादा नगर, विजय नगर होते हुए सीएसए यूनिवर्सिटी जीटी रोड को चुना गया है। इस रूट की लंबाई लगभग 9 किलोमीटर है। पिछले दिनों कमिश्नर मो.इफ्तिखारुद्दीन की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में इन दोनों रूट्स के रास्ते में आने वाली सीवेज, ड्रेनेज, वाटर सप्लाई, टेलीकॉम, इलेक्ट्रिसिटी केबिल आदि की जानकारी संबंधित डिपार्टमेंट्स से मांगी गई है।

आज होगा जीटी रोड का सर्वे

मेट्रो के लिए चुने गए दोनों रूट्स में सबसे पहले आईआईटी से मेडिकल कॉलेज चौराहा के बीच मेट्रो रूट तैयार करने की प्लानिंग है। इस रूट की लंबाई करीब 8 किलोमीटर है। इसकी वजह ये है कि एक तो जीटी रोड पर अन्य जगहों की अपेक्षा अधिक रूकावटें नहीं हैं। इसी तरह इस रूट पर मेट्रो ट्रैक ज्यादा अंडरग्राउंड नहीं बनाना पड़ेगा। वरना मेडिकल कॉलेज से हैलट, बेनाझाबर की साइड मेट्रो ट्रैक अंडरग्राउंड ही बनाए जाने के दावे अभी से किए जा रहे हैं। केडीए ऑफिसर्स का मानना है कि फिलहाल जो स्थिति है, उसके मुताबिक आईआईटी से मेडिकल कॉलेज के बीच ज्यादातर हिस्सा एलीवेटेड ट्रैक ही रहेगा। एलीवेटेड मेट्रो ट्रैक होने का एक फायदा ये भी है कि इसमें खर्च अंडरग्राउंड ट्रैक की अपेक्षा बहुत कम आता है। दूसरे जीटी रोड पर जाम की समस्या हल होने से इससे जुड़े मोहल्ले में रहने वालों को भी ट्रैफिक प्रॉब्लम से नहीं जूझना पड़ेगा। शायद यही वजह है कि मेट्रो ट्रैक के लिए सबसे पहले आईआईटी से मेडिकल कॉलेज चौराहा चुना गया है। इसके लिए सैटरडे को सर्वे भी होगा। जिसमें कानपुर मेट्रो से जुड़े राइट्स के ऑफिसर पीयूष कंसल के अलावा लखनऊ मेट्रो रेल कार्पोरेशन के एमडी, केडीए, एडमिनिस्ट्रेशन के ऑफिसर्स के भाग लेने की संभावना है। इस सर्वे में मेट्रो के लिए स्टेशन भी सेलेक्ट किए जा सकते है। इसके साथ ही जरौली से दादानगर,विजय नगर होते हुए जीटी रोड पर आने वाले वाले मेट्रो ट्रैक का भी डिसीजन हो सकता है। भविष्य में गुरूदेव पैलेस चौराहा से विकास नगर होते हुए गंगा बैराज तक मेट्रो रूट ले जाकर लखनऊ-गंगा बैराज मेट्रो से जोड़ने आदि पर डिस्कशन होने की संभावना है। इसी वजह से फ्राईडे को ही केडीए में सर्वे को लेकर तैयारियां होती रही हैं। सैटरडे को हॉलीडे होने की वजह से भी फ्राईडे की देरशाम तक तैयारियों को केडीए ऑफिसर अंतिम रूप देते रहे।

-सैटरडे को मेडिकल कालेज चौराहा से आईआईटी के बीच जीटी रोड का सर्वे किया जाएगा। इसमें राइट्स, एलएमआरसी के ऑफिसर्स भी रहेंगे.- स्वराज गांगुली, चीफ टाउन प्लानर केडीए