छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: 30 अक्टूबर से घर से लापता पंकज ठाकुर को बिजनेस पार्टनर और उसके दोस्तों ने ही मार डाला है। मनीफीट धोबी लाइन निवासी पंकज की गोली मारकर हत्या करने के बाद उसकी लाश को दशम फॉल थाना क्षेत्र में स्थित तैमारा घाटी में फेंक दिया गया था। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को दबोच लिया है। एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने यह प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मर्डर केस की प्लानिंग अजय देवगन की फिल्म 'दृश्यम' को ध्यान में रख कर की गई थी। मामले में गिरफ्तार पंकज के बिजनेस पार्टनर दीपक चौधरी व उसके मोनी दास, सुमित मिश्रा, दीपक महतो, महेश मिश्रा ने पुलिस के समक्ष हत्या की पूरी कहानी बयां कर दी है। उन्होंने बताया कि पंकज ठाकुर की हत्या उन्होंने शराब पिलाने के बाद चलती कार में गोली मारकर की। इसके बाद कार से शव को दशम फॉल थाना क्षेत्र के तैमारा घाटी (टाटा-रांची रोड) में फेंक दिया।

सीतारामडेरा में मिली थी बाइक

एसएसपी ने बताया कि टेल्को थाना अंतर्गत मनीफीट निवासी अशोक ठाकुर ने एक नवंबर को थाने में सूचना दी थी कि उसका बेटा पंकज ठाकुर 30 अक्टूबर से लापता है। उसके दोनों मोबाइल भी बंद हैं। इसका सनहा दर्ज कर लिया गया। एसएसपी के मुताबिक लापता पंकज के मोबाइल का सीडीआर प्राप्त करने के बाद उसका एक एक मोबाइल हावड़ा से बरामद किया गया। जबकि उसकी मोटरसाइकिल सीतारामडेरा से बरामद हुई। एसएसपी ने बताया कि 11 नवंबर को पंकज ठाकुर की मां पूनम देवी ने टेल्को थाने में जान से मारने की नीयत से अपहरण करने का मामला दर्ज करा दिया। जिसमें पंकज सिंह, कल्लू जायसवाल, संतोष चौधरी, सुमित मिश्रा को आरोपी बनाया गया। इसके बाद तत्काल अनुसंधान शुरू कर दिया गया। सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक-एक कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार ली। आरोपियों ने ही बताया कि उन्होंने हत्या कर शव को तैमारा घाटी में फेंक दिया है। इसके बाद जमशेदपुर पुलिस टीम जब तैमारा घाटी पहुंची तो पता चला कि दशम फॉल थाना क्षेत्र से एक लाश पुलिस ने बरामद की है। तत्काल थाना प्रभारी दिनेश कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र से दो दिनों पूर्व एक अज्ञात लावारिश शव बरामद किया गया था, जिसकी गोली मारकर हत्या की गई थी। उन्होंने जमशेदपुर पुलिस को बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया था, पोस्टमार्टम के बाद शव को शीतगृह में रखवा दिया गया था। शीतगृह में पुलिस ने शव की पहचान कराई तो साफ हो गया कि वह शव पंकज ठाकुर की ही लाश है।

जलन में पार्टनर ने की हत्या

घटना का मुख्य आरोपी उदय चौधरी वर्तमान में बस्ती विकास समिति की केबुल टाउन शाखा का अध्यक्ष है तथा वह फ्लाई ऐश का काम करता है। इसके अलावा वह ठेकेदारी, ट्रांसपोर्ट का भी काम करता है। उदय चौधरी ने पुलिस ने बताया कि वह और पंकज ठाकुर साथ में फ्लाई ऐश का काम कर रहे थे। दोनों में गहरी दोस्ती भी थी, लेकिन धीरे-धीरे पंकज ठाकुर फ्लाई ऐश के धंधे में उदय से आगे बढ़ने लगा। वह अलग से भी धंधा करने लगा। इससे उदय चौधरी को अंदर ही अंदर जलन होने लगी और उसने पंकज ठाकुर को रास्ते से हटाने का फैसला ले लिया।

खूब पिलाई शराब

उदय चौधरी ने प्लानिंग के तहत 30 अक्टूबर को पंकज ठाकुर को बुलाया। शराब पी, इसके बाद वे रात में गोलमुरी स्थित एक फ्लैट में चले गए जहां पूरी रात मौज-मस्ती की। इसके बाद दूसरे दिन 31 अक्टूबर की सुबह पंकज ठाकुर को उदय चौधरी अपने घर ले गया। इसके बाद उदय ठाकुर ने उसे अपनी डस्टर कार में बिठाया और रास्ते में शराब खरीदी। उसने सुभाष मिश्रा, ललित को साथ ले लिया और वे सब पहले जैप 6 में गए, जहां उसका काम चल रहा था। इसके बाद वे गोलमुरी आए, गोलमुरी में उदय ने एटीएम से 25 हजार रुपये निकाले और शराब की बोतलें फिर खरीदी। वे गाड़ी में ही शराब पीने लगे। इसके बाद उदय अपने साथ पंकज को लेकर फिर साकची आया और एटीएम से फिर 15 हजार निकाल और शराब की बोतलें खरीदी। उन्होंने पंकज को अत्यधिक शराब पिलाकर पूरी तरह बेसुध कर दिया।

चलती कार में मारी गोली

एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कार में सभी दोस्त डिमना चौक तक गए। डिमना चौक के पास पंकज ठाकुर के दोनों मोबाइल सुमित मिश्रा ने ले लिए। दृश्यम फिल्म से लिए आइडिया के तहत सुमित को टास्क दिया गया कि वह प्लानिंग के तहत मोबाइल को कोलकाता जाने वाली ट्रेन में फेंक दे। इस प्लानिंग के तहत उसे (सुमित को) डिमना चौक पर 31 अक्टूबर की संध्या साढ़े पांच बजे उतार दिया गया और वह स्टेशन चला गया। इसके बाद कार में चार लोग, जिसमें उदय चौधरी कार चला रहा था, जबकि मोनी दास, दीपक महतो व महेश मिश्रा पंकज को लेकर सीधे रांची की चले गए। एसएसपी के मुताबिक आरोपियों में से सभी चारों ने एक-एक गोली पंकज को मारने की बात स्वीकारी है। 31 अक्टूबर को शाम को करीब छह बजे चांडिल के पास पंकज को दो आरोपियों ने पिस्टल से दो गोली मारी, इसके बाद थोड़ी दूर बढ़ने पर तीसरे आरोपी ने गोली मारी। जब पंकज मर गया तो उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए वे तैमारा घाटी में ले गए और वहां लाश फेंक दी। एसएसपी ने बताया कि घाटी में पंकज की लाश को उदय चौधरी ने एक गोली मारी। इसके बाद सभी अपने-अपने घर चले गए और आराम से सामान्य ढंग से रहने लगे।

हावड़ा में मिला था मोबाइल

प्लानिंग के तहत सुमित मिश्रा पंकज का मोबाइल ठिकाने लगाने के लिए टाटानगर स्टेशन पहुंचा। वहां पहुंच उसे समझ में नहीं आया कि वह किस ट्रेन से कोलकाता जाए। रात में कोलकाता जाने वाली ट्रेन जैसे ही स्टेशन पर रुकी वह उसमें बैठ गया। सीट पर बैठ कर एक फोन को अपनी सीट के नीचे तथा दूसरे को सामने वाली सीट के नीचे फेंक दिया। संयोग से सामने वाला सीट के नीचे किसी का सामान था जिससे मोबाइल टकराकर बाहर आ गया। इसके बाद वह टाटानगर स्टेशन पर ही उतर गया। इसके बाद जांच के दौरान एक फोन झाड़ग्राम तो दूसरा फोन हावड़ा से पुलिस ने बरामद किया था।

ये हैं गिरफ्तार आरोपी

1. उदय चौधरी (35 वर्ष, डीएस फ्लैट केबुल टाउन निवासी)

2. मोनी दास (26 वर्ष, जेम्को निवासी)

3. सुमित मिश्रा (33 वर्ष, ईस्टप्लांट बस्ती निवासी)

4. दीपक महतो (24 वर्ष, ग्वाला बस्ती सोनारी निवासी)

5. महेश मिश्रा (31 वर्ष, जेम्को निवासी)