पांच दिनों तक चली कर्मचारियों को चुनाव जुड़ी जानकारी देने की ट्रेनिंग

ज्यादातर कर्मचारियों में नहीं दिखी ट्रेनिंग की दिलचस्पी, चुनाव में गड़बड़ी की आशंका

>BAREILLY:

आगामी त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव का प्रशिक्षण नींद में है। पांच दिनों तक चली संजय कम्युनिटी सेंटर में ट्रेनिंग मंडे को खत्म हो गई। जिन कर्मचारियों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया था। उसमें ज्यादातर प्रशिक्षण शिविर में दी जाने वाली जानकारी को गौर से सुनने के बजाए सोते रहे। यह हाल पांचों दिन ट्रेनिंग में कर्मचारियों का रहा। ऐसे में चुनाव ट्रेनिंग पर ही सवालिया निशान खड़ा हो रहा कि जब ट्रेनिंग में कर्मचारियों को कुछ सीखना ही नहीं है तो उन्हें ट्रेनिंग क्यों दी जा रही है। कर्मचारियों का ट्रेनिंग में दिलचस्पी न लेने से चुनाव में गड़बडि़यों की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाएगी।

कैसे संभालेंगे जिम्मेदारी

संजय कम्युनिटी हाल में एक से पांच अक्टूबर के बीच सात हजार कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गयी। ट्रेनिंग दो पालियों में दो-दो घंटे के लिए दी गई। जिसमें पीठासीन और मतदान अधिकारियों यह बताया गया कि चुनाव के दौरान उनका क्या वर्क है। किस तरह उन्हें चुनाव को कराना है लेकिन चुनाव में लगे कर्मचारी ट्रेनिंग के प्रति बिल्कुल भी सीरियस नहीं दिखे। पूरे ट्रेनिंग के दौरान कर्मचारी खर्राटे लेते रहे। जिन बातों पर अधिकारियों ने भी ध्यान नहीं दिया। जबकि, आधा-अधूरा ट्रेनिंग लिए कर्मचारी आज मतदान स्थल पर रवाना हो जाएंगी। और इन्हीं के उपर मतदान सम्पन्न कराने की पूरी जिम्मेदारी होगी।