- बरेली व शाहजहांपुर स्टेशन पर भटकते बच्चे आरपीएफ को मिले

- एक के पेरेंट्स मिले, दूसरे को चाइल्ड हेल्प लाइन भेजा गया

BAREILLY:

सामाजिक बातों से अंजान 5 साल के एक बच्चे को उसके पिता ने बरेली जंक्शन पर अकेला छोड़ दिया। संडे को बच्चा जंक्शन पर इधर-उधर घंटों घूमता रहा। चेहरे पर मुस्कान लिए बच्चे की मासूमियत देखते ही बन रही थी। इस नन्हीं सी जान को शायद यह आभास भी नहीं था कि उसके पिता उसे छोड़ कर कहीं चले गए हैं। जब इस बात की जानकारी आरपीएफ को मिली तो उन्होंने बच्चें से एड्रेस पूछने का काफी प्रयास किया, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। लिहाजा, बच्चे को सुरक्षित चाइल्ड हेल्प लाइन पहुंचा दिया गया। वहीं एक दिन पहले से गायब एक और बच्चा शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से मिला। हालांकि, उसके पेरेंट्स के मिलने के बाद बच्चे को उन्हें सौंप दिया गया।

सिर्फ अपना और पेरेंट्स का नाम बता सका

बरेली जंक्शन पर दोपहर 12 बजे के करीब 5 वर्षीय संदीप प्लेटफार्म नम्बर वन पर लगेज स्टोर के पास भटक रहा था। इस बात की जब जंक्शन के वेंडर ने जानकारी आरपीएफ को दी। बच्चे को आरपीएफ अपने साथ ऑफिस ले आई। जहां पर उन्होंने बच्चे से उसका नाम, मां-पिता का नाम, घर का पता पूछने का प्रयास किया, लेकिन संदीप 15 मिनट तक कुछ भी नहीं बता सका। आरपीएफ के काफी प्रयास के बाद बच्चे ने अपना नाम संदीप बताया। बाद में उसने पिता का नाम कुंदन और मां का नाम किरण बताया।

आरपीएफ ने चाइल्ड हेल्प लाइन को सौंपा

लेकिन वह रहने वाला कहां का है यह नहीं पता सका। जिस वजह से आरपीएफ भी संदीप को उसके पेरेंट्स से नहीं मिला सकी। लिहाजा, संदीप के बताए गए आधी-अधूरी जानकारी के साथ जीआरपी ने बाकी फॉर्मेल्टी पूरी कर संदीप को चाइल्ड हेल्प लाइन बरेली को सौंप दिया। संदीप ने ब्लू जींस, ग्रे शर्ट और स्काई ब्लू स्वेटर पहन रखी है

एक दिन से गायब 8 साल का बच्चा मिला

वहीं दूसरी ओर 8 वर्षीय शकील नाम का बच्चा शाहजहांपुर स्टेशन पर संडे को मिला, जिसे जीआरपी अपने साथ बरेली स्टेशन ले आई। पूछताछ के बाद बच्चे ने बताया कि वह ककराला बदायूं का रहने वाला है। बताए गए एड्रेस पर उसके पेरेंट्स को इस बात की सूचना दी गई। सूचना पाकर पहुंचे शकील के पिता रहीसुल ने बताया कि उनका बेटा सैटरडे से ही गायब था।