- तीन आईएएस के 22 ठिकानों पर छापेमारी का काम पूरा

- हृदय शंकर तिवारी के घर मिली डायरी में छह करोड़ रुपये के लेन-देन का जिक्र

- एसके सिंह ने करीबी महिला मित्र के नाम से खरीदी थी जमीन, नहीं दे सके हिसाब

LUCKNOW: तीन आईएएस के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान डेढ़ करोड़ रुपये की नगदी बरामद करने वाले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपनी कार्रवाई पूरी करने के बाद कई बड़े खुलासे किए हैं। जांच में सामने आया है कि डायरेक्टर हेल्थ हृदय शंकर तिवारी के आवास से मिली डायरी में छह करोड़ रुपये के लेन-देन का जिक्र है। गोरखपुर में अपनी पत्‍‌नी की रिश्तेदार को उन्होंने अपनी करोड़ों रुपये की काली कमाई सौंपी थी। डायरी में लिखा है कि एडजस्टमेंट के बाद 6.04 करोड़ रुपये अभी बकाया है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने इसके बाद गोरखपुर में रिश्तेदार के घर भी छापा मारा और कई अहम सुबूत जुटाए।

आमदनी पांच लाख, FD एक करोड़

हृदय शंकर तिवारी ने अपनी पत्‍‌नी की रिश्तेदार गोरखपुर निवासी नूतन त्रिपाठी के पास काली कमाई छिपाकर रखी थी। डायरी के एक पन्ने में उनका जिक्र होने पर जब इनकम टैक्स की टीम ने गोरखपुर में नूतन त्रिपाठी के घर पर छापा मारा तो वहां से एक करोड़ रुपये की एफडीआर के पेपर मिले। अधिकारियों ने जब नूतन त्रिपाठी का पैन खंगाला तो पता चला कि वह महज तीन से पांच लाख रुपये का इनकम टैक्स रिफंड ही दाखिल करती हैं। इससे साफ हो गया कि हृदय शंकर तिवारी ने नूतन के नाम से कई चल-अचल संपत्तियों में अपनी काली कमाई का निवेश किया। इनकम टैक्स अब मामले की गहनता से पड़ताल कर रहा है ताकि नूतन के नाम से खरीदी गयी बेनामी संपत्तियों का पता लगाया जा सके। वहीं हृदय शंकर तिवारी ने पूछताछ में अपनी नौ संपत्तियां होने की बात कबूली हैं। लखनऊ, नोएडा और नैनीताल में खरीदी गयी इन संपत्तियों में से कुछ उनके रिश्तेदारों के नाम से हैं। छापेमारी के दौरान उनके घर से 2.30 किलो सोने के जेवरात भी बरामद हुए। इसमें से 1.30 किलो सोने के जेवरात को सीज कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली स्थित उनके करीबी भट्ठा कारोबारी विनोद गोयल के आवास से भी 20 लाख रुपये बरामद किए गये है।

एसके सिंह की बेनामी संपत्तियां

विशेष सचिव कारागार के पद पर तैनात एसके सिंह के ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान भी काली कमाई के कई गहरे राज खुले हैं। छापेमारी में उनकी तीन बेनामी संपत्तियों का पता भी चला है। इनमें से एक संपत्ति गोमतीनगर इलाके में 60 लाख रुपये में उन्होंने अपनी करीबी शालिनी गुप्ता के नाम से खरीदी थी। जब अधिकारियों ने शालिनी गुप्ता के इनकम टैक्स रिटर्न को खंगाला तो उनकी माली हालत ऐसी नहीं मिली जिससे वह इसे खरीद पातीं। पूछताछ के दौरान वह अपनी आय का स्रोत भी नहीं बता सकीं। इसके अलावा एसके सिंह ने अपने साले पंकज सिंह के नाम से भी गाजियाबाद में 30 लाख रुपये संपत्ति में निवेश किए थे। इसके अलावा अपने बेटे शेखर के नाम से 1.40 करोड़ रुपये में एक संपत्ति का सौदा भी किया था। छापेमारी के दौरान 1.45 करोड़ रुपये के भुगतान के दस्तावेज भी बरामद किए गये हैं जिन्हें सीज कर दिया गया है। इसके अलावा शालिनी गुप्ता के नाम से एक बैंक लॉकर भी पता चला है जिसे जल्द ही खोला जाएगा। पूछताछ के दौरान एसके सिंह अपनी संपत्तियों के बारे में सही जवाब नहीं दे सके कि इसके लिए उनके पास पैसा कहां से आया।

मकान का जुटाया ब्योरा

इसके अलावा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में एसीईओ विमल कुमार शर्मा के ठिकानों से भी आयकर विभाग को काली कमाई के कई प्रमाण मिले हैं। मेरठ में आरटीओ के पद पर तैनात उनकी पत्‍‌नी ममता शर्मा के नाम से दो बैंक लॉकर्स का पता चला है। विमल शर्मा और उनकी पत्‍‌नी ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, नैनीताल और मैनपुरी में अपनी नौ संपत्तियां होने की बात भी कबूली है। इनमें से चार संपत्तियां उन्हें विरासत में मिली हैं जबकि एक विमल शर्मा को उनकी मां ने गिफ्ट की है। दो संपत्तियां बैंक से लोन लिए जाने की वजह से बंधक हैं। उनके घर से 40 हजार रुपये के बंद हो चुके एक हजार व पांच सौ रुपये के पुराने नोट मिले हैं, जबकि एक लाख रुपये की विदेशी मुद्रा भी बरामद हुई है। इनकम टैक्स अधिकारियों ने शर्मा दंपति के महंगे आलीशान घर में कीमती शानदार फर्नीचर और सजावट देख कर इसका वैल्युएशन कराने का फैसला भी किया है। इसके लिए मकान में लगे कीमती सामान और फर्नीचर की इनवेंटरी भी बनाई गयी है।

किसके यहां से क्या मिला

हृदय शंकर तिवारी

- 1.21 करोड़ रुपये नकद

- 20 लाख दिल्ली के भट्ठा कारोबारी से

- 14.40 लाख बागपत में स्टेनो के घर से

- 2.30 किलो के जेवरात

- 6.04 करोड़ रुपये के लेन-देन का भी जिक्र

- नोएडा, लखनऊ और नैनीताल में छह संपत्तियां

सत्येंद्र कुमार सिंह

- 37.5 लाख रुपये नकद बरामद

- 60 लाख का मकान शालिनी गुप्ता के नाम से

- 30 लाख रुपये की दुकान साले के नाम से

- 1.40 करोड़ की संपत्ति की रजिस्ट्री बेटे के नाम से

- लखनऊ, नोएडा, वाराणसी में छह से ज्यादा संपत्तियां

- 2.30 करोड़ की बेनामी संपत्तियां रिश्तेदारों के नाम से

विमल कुमार शर्मा और ममता शर्मा

- नौकर के कमरे से

- 40 हजार के पुराने नोट, एक लाख की विदेशी मुद्रा

- ममता शर्मा के नाम से दो बैंक लॉकर

- 21 लाख रुपये आरटीओ ऑफिस में बाबू के घर से

- ग्रेटर नोएडा, नोएडा, नैनीताल और मैनपुरी में नौ संपत्तियां

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नहीं हुई भ्रष्टों के खिलाफ कार्रवाई

इनकम टैक्स विभाग ने भले ही तीन आईएएस अफसरों के चेहरे से नकाब हटा दिया हो लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करने की पहल नहीं की है। करप्शन को लेकर जीरो टॉलरेंस के दावे करने वाली राज्य सरकार ने अभी तक चारों सरकारी अधिकारियों को सस्पेंड करने की जहमत तक नहीं उठाई है। केवल परिवहन विभाग ने इनकम टैक्स की जांच के दायरे में आई अपनी दो महिला आरटीओ के खिलाफ हुई कार्रवाई का ब्योरा मांगा है।