- बुरी तरह फ्लॉप हो गया नो एक्सीडेंट डे, नियम-कानूनों का कोई पालन नहीं

- इंतजाम धरे के धरे रह गए, तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार प्रोफेसर को मारी टक्कर

- औचक निरीक्षण में सड़कों की जर्जर हालत देखकर डीएम ने दिया जिम्मेदार अफसरों को अल्टीमेटम

kanpur@inext.co.in

KANPUR : तौबा, ऐसे नो एक्सीडेंट डे से। हालात जस के तस दिखे। वहीं खाली चौराहे, बुझे ट्रैफिक सिग्नल, खुदी सड़कें, बिना हेलमेट और सीट बेल्ट वाहन चलाते लोग। तीन सवारी तो कॉमन सी बात थी। रही-सही कसर गोविन्दपुरी स्टेशन के नजदीक एक्सीडेंट ने पूरी कर दी। आलम यह रहा कि खुद डीएम दोपहर को मौका-मुआयना करने पहुंची तो सड़कों की खस्ताहालत देखकर जिम्मेदार अफसरों को अल्टीमेटम दे डाला। उन्होंने परेड, लाल इमली और ग्वालटोली की खुदी सड़क को रातों-रात मोटरेबल करने के निर्देश जारी किए हैं।

न जोर दिखा, ना शोर

मंगलवार रात 12 बजे से एक जुलाई रात 12 बजे तक नो एक्सीडेंट डे मनाने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस ने जोर-शोर से तैयारियां की थीं। मगर, एक जुलाई को न तो नियम-कानूनों का शोर सुनाई पड़ा। ना ही उनका अनुपालन करवाने के लिए ट्रैफिक पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने जोर ही लगाया। नतीजा, नो एक्सीडेंट डे पूरी तरह से फ्लॉप रहा। सड़कों पर चेकिंग के नाम पर खानापूर्ति ही की गई। ताज्जुब की बात यह कि शासन की प्राथमिकता के बावजूद नगर में नो एक्सीडेंट डे को लेकर जिम्मेदार विभागों ने ज्यादा जहमत उठाने की कोशिश नहीं की।

चौतरफा लगा जाम, जमकर टूटे नियम

आम दिनों की तुलना में एक जुलाई को शहर की सड़कों पर ज्यादा ट्रैफिक जाम के हालात बने रहे। मॉल रोड, फजलगंज, लाल इमली, रावतपुर आदि इलाकों में भीषण ट्रैफिक जाम की वजह से लोग काफी देर तक फंसे रहे। यही नहीं भाजपाइयों ने प्रदर्शन करके बड़ा चौराहे पर लगी मुख्यमंत्री की होर्डिग तक को फाड़ डाला। जिस कारण करीब एक घंटे तक ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई। दोपहिया वाहन चालक बिना हेलमेट फर्राटा भरते रहे, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने चेकिंग करने की जहमत उठाना मुनासिब नहीं समझा।

सब जैसे का तैसा

आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जब शहर के विभिन्न इलाकों में 'नो एक्सीडेंट डे' का रिएलिटी चेक किया तो हालात जस के तस दिखे। खासकर रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की समस्या में कोई सुधार नहीं दिखा। चुन्नीगंज से परेड, रावतपुर, ग्वालटोली, फजलगंज, मॉल रोड पनचक्की चौराहा, नवाबगंज, गोविन्द नगर पुल आदि इलाकों में सड़कें जर्जर हालात में मिलीं। वहीं ट्रैफिक सिग्नल भी अपग्रेड नहीं किये गए। ऐसे में जिसे जहां से मौका मिला, वह बेढंग तरीके से आड़ी-तिरछी गाड़ी चलाता मिला।

ट्रैक्टर की टक्कर से प्रोफेसर घायल

दुर्घटना रहित दिवस पर प्रशासन की तैयारियां तब धरी की धरी रह गईं। जब गोविन्दपुरी स्टेशन के पास एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार प्रोफेसर को पीछे से टक्कर मारकर घायल कर दिया। बर्रा-2 निवासी डीएवी कॉलेज में प्रोफेसर विवेक सचान अपने पिता को बाइक से गोविन्दपुरी स्टेशन छोड़ने गए थे। वापस लौटते वक्त पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने पीछे से उनकी बाइक में टक्कर मार दी। जोरदार टक्कर लगने से प्रोफेसर सचान सड़क पर गिरकर जख्मी हो गए।

यहां इंसानों को चलना है, जानवरों को नहीं

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KANPUR : नो एक्सीडेंट डे पर शहर के ट्रैफिक का हाल जानने निकली डीएम ने जब सड़कों का हाल देखा तो जिम्मेदार अफसरों को जमकर फटकार लगाई। परेड से चुन्नीगंज रोड देखकर नाराज डीएम ने कहा कि यहां इंसानों को चलना है, जानवरों को नहीं। इसलिए जल्द से जल्द सड़कों को मोटरेबल करवाया जाए।

नवीन मार्केट से हुई शुरुआत

बुधवार को डीएम डॉ। रोशन जैकब ने शहर में जल निगम, जल संस्थान द्वारा खोदी जा रही सड़कों का औचक निरीक्षण किया। सबसे पहले वह जल निगम द्वारा खोदी जा रही सड़क नवीन मार्केट पहुंची। वहां जल्द से जल्द रोड को कम्प्रेसिव कर मोटरेबल करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने पीपीएन मार्केट वाली सड़क को दिन-रात काम करके सही ढंग से फिलिंग कराने के लिए आदेशित किया। बिजली घर के सामने वाली सड़क को रात में गिट्टी भरकर लेबलिंग का काम शुरू करने के कड़े निर्देश दिए। लाल इमली चौराहे पर काम पूरा होने के बावजूद सड़क नहीं बनी थी। इस पर डीएम ने इस सड़क को भी रात में तक सही कराने के निर्देश दिए।

काम है कि मजाक

कर्नलगंज थाने के सामने बस अड्डे वाली रोड पर कीचड़ देखकर जलनिगम अफसरों को कड़ी चेतावनी दे डाली। कहाकि, इस रोड पर इंसानों को चलना है, जानवरों को नहीं। आज ही सड़क मोटरेबल करें। वहीं जिन स्पॉट्स पर पाइप लाइन डाली जा चुकी है। वहां पर तुरंत ही रोड को बालू गिट्टी डाल कर सही करा दें। लोगो को कोई भी प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए। उन्होंने परेड से चुन्नीगंज में कराये जा रहे कामों को तेजी से पूरा कराने के लिए जल निगम, जलसंस्थान व पीडब्लूडी अफसरों को निर्देशित किया।