-राशन कार्ड डिजिटलाइजेशन का पूरा नहीं होने की उम्मीद
-पूर्ति विभाग वेंडरों की मदद से कराएगा डिजिटलाइजेशन
-फरवरी लास्ट तक रखी गई है डिजिटलाइजेशन की अवधि
HARIDWAR (JNN) : कार्ड डिजिटलाइजेशन का काम निर्धारित समय में पूरा करने के लिए पूर्ति विभाग अब वेंडरों की मदद लेने की योजना बना रहा है, जिले में कार्ड डिजिटलाइजेशन का काम अभी तक केवल ख्0 प्रतिशत ही हो पाया है। विभाग को यह कार्य फरवरी लास्ट तक होना है।
डीएम ने किया डीएसओ से जवाब-तलब
इन दिनों जनपद में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, बीपीएल और अंत्योदय के कार्डो को डिजिटलाइज करने का काम किया जा रहा है। जिले भर में लगभग ढाई लाख कार्ड डिजिटलाइज होने हैं, पर अभी तक महज भ्ख् हजार कार्ड ही डिजिटलाइज हो पाए हैं। जबकि शेष कार्डो को जनवरी और फरवरी में ही डिजिटलाइज करना है। विभाग की इस लेट लतीफी पर बीते दिनों जिलाधिकारी डी। सेंथिल पांडियन ने डीएसओ राहुल शर्मा से जबाव तलब भी किया था। बताया जा रहा है कि कार्ड डिजिटलाइजेशन का काम तेज करने के लिए अब विभाग ने कसरत शुरू कर दी है।
वेंडरों को सौंपने की तैयारी
कार्ड डिजिटलाइजेशन का काम एक निजी कंपनी पीएन राइर्ट्स के जिम्मे है, लेकिन जिले भर में कंपनी के इन दिनों क्भ् कर्मी की डिजिटलाइजेशन का काम कर रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों की कमी के चलते कारण कार्ड डिजिटलाइजेशन का काम दिनों-दिन पिछड़ता जा रहा है। हालांकि विभाग दावा कर रहा है कि डिजिटलाइजेशन के लिए कंपनी अपने ख्भ् आदमी और बढ़ाएगी, ताकि काम निर्धारित अवधि में पूरा हो सके। ऐसे में पूर्ति विभाग अब कुछ कार्य वेंडरों को सौंपने की तैयारी कर रहा है। बताया जा रहा है कि विभाग ने यह कार्य के लिए तीन चार वेंडरों के माध्यम से कराएगा। इसके लिए विभागीय स्तर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उम्मीद है मध्य जनवरी से वेंडर भी कार्ड डिजिटलाइजेशन का काम शुरू कर देंगे।
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अधूरे कार्ड भी आ रहे सामने
डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही चालू तरीके से भरे जा रहे राशन कार्ड के मामले भी सामने आने लगे हैं। हर क्षेत्र से लगभग ढाई से तीन हजार फॉर्म ऐसे आ रहे हैं जिनमें कोई न कोई त्रुटि रह जा रही है। डिजिटलाइजेशन के लिए ऐसे फार्मो को फिर से जांचा जा रहा है। प्रारंभिक स्तर से हो रही लापरवाही भी इस प्रक्रिया को धीमा कर रही है।
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कंपनी को भी आदमी को बढ़ाने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही विभाग खुद डिजिटलाइजेशन के लिए कुछ वेडरों को लगाने के बारे में योजना बना रहा है। उम्मीद है कि निर्धारित समय में कार्य पूरा हो जाएगा।
-राहुल शर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी, हरिद्वार