इससे पहले हम ये बतायें कि वो खाद्य कौन से हैं हम आपको बताते हैं कि आखिर मोनोसोडियम ग्लूटामेट क्या है और इससे क्या असर पड़ता है. आप मोनोसोडियम ग्लूटामेट यानि एमएसजी को एक किस्म का धीमा जहर कह सकते हैं जो र्निधारित मात्रा से ज्यादा अगर आपके शरीर में जाता है तो बहुत खतरनाक हो सकता है. दिखने में सफेद चमकीले से रंग का एमएसजी एक तरह से अजीनोमोटो या सोडियम साल्ट है. खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग मसाले की तरह होता है. पर दरसल से मसाला नहीं टेस्ट को सेंस करने वाली ग्रंथियों के लिए एनस्थीसिया जो जिसके चलते वे कुछ देर के लिए सुन्न हो जाती हैं.

ज्यादा मात्रा में इनका सेवन करने पर पहले आपको चक्कर, सिरदर्द और पसीना आने जैसे लक्षण दिखते हैं पर इसके दूरगामी परिणाम घातक हैं. इसका असर आपके दिमागी विकास पर यानि याददाश्त पर पड़ता है. बच्चों का विकास धीमे या रुक सकता है.  इससे पेट में दर्द शुरू हो जाता है. खून बनना कम और बंद तक हो सकता है. और बोन मैरो की भी दिक्कत हो सकती है. इससे पेट में कैंसर भी हो सकता है. हालाकि एमएसजी की सीमित मात्रा खतरनाक नहीं होती, ये कई खाद्यों में पया जाता है, लेकिन इसका अधिक इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है.
 
इनमें भी पाया जाता है एमएसजी

Dairy food

डेयरी प्रोडेक्ट
इन सारे मिल्क प्रोडेक्ट में खास कर अतिरिक्त रूप से पाश्चुराइज किए गए मिल्क प्रोडेक्ट जिससे वो बैक्टीरिया रहित हो सकें सबसे ज्यादा एमएसजी कंटेन करते हैं. इसमें पाउडर मिल्क, कॉटेज चीज, फैट फ्री मिल्क, योगर्ट, रिड्यूस फैट मिल्क और आइसक्रीम सभी शामिल हैं.

पैकेज और प्रोसेस्ड फूड
आप बस नाम लीजिए और हम बता देंगे कि आपका फेवरेट जंक फूड कितना एमएसजी कंटेन करता है. पैकेट बंद आलम के चिप्स, फ्रोजन डिनर, पैकेट बंद तैयारशुदा ग्रेवी, सलाद की ड्रेसिंग्स, नमकीन फ्लेवर्ड स्नैक्स और भी अनगिनत चीजें सबमें एमएसजी पाया जाता है क्योंकि इके बगैर उनका तैयार होना नामुमकिन है.

रेस्टोरेंट का खाना
इसमें भी प्रचुर मात्रा में एमएसजी होत है. हम जानते हैं कि हमारे बताने के बावजूद आप इसे पूरी तरह छोड़ नहीं पायेंगे. जब अपने फैट और बढ़ते वजन के बावजूद आपने रेस्त्रां जाना नहीं छोड़ा तो फिर अब ये कैसे मुमकिन है. पर फिर भी अगर हो सके तो इसे कम जरूर करें और अपने फेवरेट फ्राइड चिकन और बर्गर से दूरी बनाने की कोशिश करें.

बेबी फूड
हैरान हो गए लेकिन ये सच है और बेबी फूड में एमएसजी होने की वजह से कई बार इसे क्रिटिसाइज किया जा चुका है. पर उसे लंबे समय तक प्रिजर्व करने के लिए ऐसे पदार्थ मिलाने पड़ते हैं जिनमें एमएसजी होता है. इनमें प्रोसेस्ड बेबी मिल्क, सोय प्रोटीनंस, कुछ खास बेबी मिनरल्स और कॉर्न सिरप जैसी चीजें शामिल हैं.

juices

कुछ प्राकृतिक खा़द्य
हां कुछ प्राकृतिक खाद्य पदार्थ भी हैं जो सामान्य रूप से एमएसजी युक्त होते हैं. जैसे टमाटर, आलू, मटर, मशरूम, अंगूर और सभी तरह के फलों, सब्जियों के जूस. जाहिर है प्रकृति घातक चीजें नहीं बनाती पर उनका अत्याधिक इस्तेमाल या एक साथ ऐसे कई खाद्यों का प्रचुर इस्तेमाल इन्हें नुकसानदायक बना सकता है.

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