- सुविधाएं मिले तो मेरठ से भी बने इंटरनेशनल खिलाड़ी

- क्रिकेट की तर्ज पर मेरठ में बननी चाहिए फुटबॉल एकेडमी

मेरठ। क्रिकेट की तरह मेरठ में भी फुटबॉल को लेकर खासा क्रेज है। लेकिन यहां पर स्टेडियम के अलावा कोई ग्राउंड नहीं है। जहां पर सही तरीके से फुटबॉल खेली जा सके। न ही कहीं पर कोई कोच है। जिससे बच्चे फुटबॉल के नियम व कानून को सीखें। अपने आप ही जैसे मन होता है किसी भी ग्राउंड में जाकर फुटबॉल खेलने लगते हैं। यह कहना है अभिभावकों को जिनके बच्चे फुटबॉल को लेकर खासे क्रेजी हैं।

खुलनी चाहिए एकेडमी

क्रिकेट की तर्ज पर मेरठ में फुटबॉल की एकेडमी खुलनी चाहिए। जहां पर बच्चे जाकर फुटबॉल खेल सकें। नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर मेरठ का नाम रोशन कर सकें। सरकार भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देती है। यही कारण है मेरठ में स्टेडियम में अलावा कहीं पर भी फुटबॉल खेलने की सुविधा नहीं है।

फुटबॉल खेलने बच्चे रोज जाते हैं। कई बार शहर में जाकर पता किया है कि कोई एकेडमी हो तो वहां पर बच्चे को ज्वाइंन करा दूं। जिससे ठीक तरीके से फुटबॉल खेल सके।

राजू

फुटबॉल और क्रिकेट बच्चों में दो ही खेल का सबसे क्रेज रहता है। मेरा बेटा भी फुटबॉल खेलता है। लेकिन उसको ट्रेनिंग कहा कराई जाए।

बीनू

फुटबॉल तो लेकर बच्चों में बहुत क्रेज है। बच्चे घर से स्कूल में फुटबॉल तक ले जाते हैं। बस वहीं पर खेल कर आ जाते हैं। क्रिकेट की तरह सरकार को यहां पर कोई एकेडमी खोलनी चाहिए।

अजय सोम