-फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए अपराधी बन जाते थे नाबालिग

-अपराधियों की मदद कर रहा था स्कूल का प्रिंसिपल

-सरकार ने छीन ली थी मान्यता, बरामद हुए फर्जी पेपर

PATNA: स्कूल जहां स्टूडेंट्स को शिक्षा दी जाती है। उन्हें लाइफ में आगे बढ़ने के लिए अच्छी सीख दी जाती है। लेकिन पटना में एक ऐसा स्कूल है जहां हत्या जैसे सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों को बालिग से नाबालिग बनाने का खेल चल रहा था। फर्जी सर्टिफिकेट जारी कर बालिग अपराधियों को नाबालिग बता कोर्ट से उनकी सजा कम कराने में मदद की जा रही थी। बदले में अपराधियों से मोटी रकम वसूली जाती थी। फर्जीवाड़े के इस खेल का मास्टर माइंड स्कूल का प्रिंसिपल भवानी शंकर पांडेय निकला.जो पुलिस की गिरफ्त में है। मामला है राजधानी के शास्त्रीनगर थाने का। राजाबाजार में ओम शिव पार्वती शांति निकेतन स्कूल है, जहां अपराधियों को बचाने का अड्डा चल रहा था।

फर्जी डॉक्यूमेंट्स और स्टाम्प

पुलिस ने बुधवार को अचानक स्कूल में रेड की। जिससे प्रिंसिपल घबरा गया। उसे भागने या सबूत हटाने का कोई मौका नहीं मिला। पुलिस ने स्कूल ऑफिस सहित पूरे कैंपस को खंगाल डाला। जिसमें फर्जी डॉक्यूमेंट्स और अलग-अलग नामों से बने स्टाम्प मिले हैं। तीन डायरी मिली है जिसमें जिसमें उन अपराधियों के नाम और मोबाइल नंबर हैं, जिन्होंने फर्जी तरीके से अपनी उम्र कम करने के लिए नकली बर्थ सर्टिफिकेट स्कूल से बनवाया था।

क्ख् साल पहले से चल रहा था खेल

स्कूल और कॉलेजों के नाम पर फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनाने और अपराधियों की मदद करने के इस खेल को भवानी शंकर पांडेय क्ख् साल से भी अधिक समय से खेल रहा था। इसके सबूत पुलिस को जांच के दौरान मिले। साल ख्00भ् का गोलू अपहरण और हत्याकांड याद होगा। दिल दहला देने वाले इस वारदात को जिन अपराधियों ने अंजाम दिया था, उनकी भी भवानी शंकर ने फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए मदद की थी। इस मामले के अपराधियों को भी बालिग से नाबालिग बना दिया था। इसी तरह साल ख्0क्भ् में बीआईटी मेसरा में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस कांड के अपराधी रवि कुमार ने भी खुद को नाबालिग साबित किया और भवानी शंकर की मदद ली थी।

भवानी शंकर पांडेय रुपए लेकर अपराधियों की मदद कर रहा था। फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट जारी कर अपराधियों को नाबालिग साबित करता था। उसके स्कूल की सरकार ने मान्यता खत्म कर दी है। फिर भी वो फर्जीवाड़ा कर रहा था। किन-किन अपराधियों ने इसकी मदद ली है, इसे खंगाला जा रहा है।

-मनु महाराज, एसएसपी, पटना