हेडिंग सेकेंड ऑप्शन

- कैंट में चल रही सेना भर्ती के दौरान 700 पार्टिसिपेंट्स के डॉक्यूमेंटय्स फर्जी पाए गए

-दूसरे दिन भी कानपुर के युवाओं ने किया निराश, 3000 में सिर्फ 281 फिजिकल टेस्ट में पास

KANPUR : कैण्ट के केवेलरी ग्राउन्ड पर चल रही सेना भर्ती रैली में वेडनेसडे को 700 से ज्यादा पार्टिसिपेंट फर्जी डॉक्यूमेंट्स के सहारे सेना में भर्ती पाने के चक्कर में थे। जांच में निवास प्रमाण पत्र, मार्कशीट्स जैसे सर्टिफिकेट फर्जी पाए जाने पर अधिकारियों ने ऐसे पार्टिसिपेंट्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया। हालांकि, दूसरे दिन भी कानपुर के युवा कोई खास दम नहीं दिखा पाए। कई तो ऐसे जो रेस क्वालीफाई कर गए, लेकिन मानक के मुताबिक सीना नहीं फुला सके। कुल तीन हजार युवाओं ने फिजिकल फिटनेस का टेस्ट दिया लेकिन सिर्फ 9 फीसदी यानी 281 युवक ही पास हो सके। पास हुए अभ्यर्थियों का इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट लिया जाएगा।

बिना दौड़े मान ली हार

ट्यूजडे को भी कानपुर नगर के युवाओं का नम्बर था। कुल 8474 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन थे, जिसमें तीन हजार अभ्यर्थी ही टेस्ट में आए। ट्यूजडे को सुबह जल्दी ही रेस शुरू करा दी गई। सैन्य अफसरों ने पार्टिसिपेन्ट्स की हाईट नापी, इसके बाद जो चुना गया, उसे आगे रेस के लिए ग्राउन्ड पर भेज दिया गया। हर ग्रुप में करीब 30-35 युवा पास हुए। 10 बजे के बाद धूप में तेजी ने भी युवाओं को ढीला कर दिया.कुछ पार्टिसिपेन्ट ऐसे भी थे जो रेस ट्रैक तक गए ही नहीं, उन्होंने पहले से ही हार मान ली।

सभी जिलों में सिर्फ 10 फीसदी

भर्ती निदेशक (लखनऊ) कर्नल दीपक शर्मा ने बताया कि इस भर्ती रैली में यह देखने में आया है कि सभी जिलों में औसतन 10 फीसदी ही पार्टिसिपेन्ट फिजिकल टेस्ट पास कर पाए हैं। अब इनका मेडिकल होगा उसके बाद रिटेन टेस्ट के बाद यह संख्या और कम हो जाएगी।