परीक्षक को नहीं पता कितने क्वेशचन करने हैं चेक
बीए में स्टूडेंट को 9 में से 5 क्वेशचन करने होते हैं। लेकिन एक परीक्षक महोदय ऐसे भी थे जो कॉपी चेक करने तो आ गए लेकिन उनको यह तक नहीं पता था कि कितने क्वेशचन पर मार्क्स देने हैं। स्टूडेंट ने तो 9 क्वेशचन अटेम्प्ट करके गलती की है लेकिन इन परीक्षक महोदय ने उस स्टूडेंट के सभी क्वेशचन्स में मार्क्स भी दे दिए। जब यह मामला सेंटर सुपरीटेंडेंट और एग्जामिनेशन कंट्रोलर के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल इस परीक्षक को हटा दिया.

बिना कॉपी चेक किए कर दी सबमिट
एक परीक्षक को इसलिए इवेल्यूएशन से हटाया गया क्योंकि वह बिना कॉपी चेक किए ही सबमिट कर दे रहे थे। इस परीक्षक की सबमिट की हुई आंसर शीट्स के बंडल को जब चेक किया गया तो उसमें 3 ऐसी कॉपीज मिलीं जिनको चेक नहीं किया गया था। इन परीक्षक को इससे कोई मतलब नहीं था कि उनकी यह लापरवाही स्टूडेंट को फेल करा सकती है। उनको मतलब था तो बस जल्द से जल्द आंसर शीट्स चेक करके जमा करने से.
 
जल्द होगा फैसला
इसके अलावा कुछ अन्य परीक्षकों को मार्क्स की गलत टोटलिंग करने की वजह से इवेल्यूएशन से हटाया गया है। इन लोगों ने कॉपी चेक करते टाइम सेपरेटली आंसर पर जो मार्क्स दिए थे उनका टोटल करते टाइम गलती की थी। किसी ने टोटल में अधिक तो किसी ने कम मार्क्स की एंट्री की हुई थी। फिलहाल गलती करने वाले परीक्षकों को इवेल्यूएशन से हटा दिया गया है। जल्द ही यूनिवर्सिटी में एग्जामिनेशन कमेटी की मीटिंग करके यह डिसिजन लिया जाएगा कि किस टीचर को क्या पनिशमेंट दी जाए.
परीक्षक को नहीं पता कितने क्वेशचन करने हैं चेक

बीए में स्टूडेंट को 9 में से 5 क्वेशचन करने होते हैं। लेकिन एक परीक्षक महोदय ऐसे भी थे जो कॉपी चेक करने तो आ गए लेकिन उनको यह तक नहीं पता था कि कितने क्वेशचन पर मार्क्स देने हैं। स्टूडेंट ने तो 9 क्वेशचन अटेम्प्ट करके गलती की है लेकिन इन परीक्षक महोदय ने उस स्टूडेंट के सभी क्वेशचन्स में मार्क्स भी दे दिए। जब यह मामला सेंटर सुपरीटेंडेंट और एग्जामिनेशन कंट्रोलर के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल इस परीक्षक को हटा दिया।

बिना कॉपी चेक किए कर दी सबमिट

एक परीक्षक को इसलिए इवेल्यूएशन से हटाया गया क्योंकि वह बिना कॉपी चेक किए ही सबमिट कर दे रहे थे। इस परीक्षक की सबमिट की हुई आंसर शीट्स के बंडल को जब चेक किया गया तो उसमें 3 ऐसी कॉपीज मिलीं जिनको चेक नहीं किया गया था। इन परीक्षक को इससे कोई मतलब नहीं था कि उनकी यह लापरवाही स्टूडेंट को फेल करा सकती है। उनको मतलब था तो बस जल्द से जल्द आंसर शीट्स चेक करके जमा करने से।

 जल्द होगा फैसला

इसके अलावा कुछ अन्य परीक्षकों को मार्क्स की गलत टोटलिंग करने की वजह से इवेल्यूएशन से हटाया गया है। इन लोगों ने कॉपी चेक करते टाइम सेपरेटली आंसर पर जो मार्क्स दिए थे उनका टोटल करते टाइम गलती की थी। किसी ने टोटल में अधिक तो किसी ने कम मार्क्स की एंट्री की हुई थी। फिलहाल गलती करने वाले परीक्षकों को इवेल्यूएशन से हटा दिया गया है। जल्द ही यूनिवर्सिटी में एग्जामिनेशन कमेटी की मीटिंग करके यह डिसिजन लिया जाएगा कि किस टीचर को क्या पनिशमेंट दी जाए।