ROHTAK: पूर्व हॉकी खिलाड़ी अजीत पाल नांदल ने हरियाणा की 21 गरीब लड़कियों की पढ़ाई का जिम्मा उठाकर 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का समाज में एक अलग संदेश दिया है। नांदल ने ऐलान किया कि वह रोहतक जिले के बोहर गांव की इन लड़कियों की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे। ये लड़कियां एक सरकारी स्कूल में कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक की छात्रा हैं।

 

नांदल न सिर्फ इन लड़कियों की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे बल्कि उन्हें खेल की ट्रेनिंग भी देंगे। इसके अलावा नांदल ने इन लड़कियों के स्पोर्ट टूर्नामेंट में भाग लेने पर टूर्नामेंट फी के साथ-साथ उन्हे खेल सामग्री की सुविधा भी दिलाएंगे। नांदल के इस कदम की हर तरफ तारीफ हो रही है। खेल जगत के कई लोगों ने उनके इस सराहनीय कदम को लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बताया है। वह इन लड़कियों की 12वीं तक की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे।

 

स्कूल का मिला साथ
नांदल रोहतक में एक जिम चलाते हैं। उनके इस कार्य में गांव के स्कूल ने सहयोग दिया। स्कूल ने कक्षा 6 से 12वीं तक में पढऩे वाली उन 21 लड़कियों की पहचान की है जो आर्थिक तौर पर कमजोर हैं। उसके बाद नांदल ने इनका पूरा खर्च उठाने की बात कही। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल की दूसरी लड़कियां भी अगर स्पोर्ट में रूचि रखती हैं तो उन्हें जिम में मुफ्त सुविधाएं दी जाएंगी।

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गंभीर से मिली प्रेरणा
नांदल ने बताया कि उन्हें लड़कियों को गोद लेने की प्रेरणा क्रिकेटर गौतम गंभीर से मिली। नांदल 2020 के टोक्यो ओलंपिक की तैयारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस टास्क फोर्स का गठन किया है, उसके वह सह-सदस्य भी थे।

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साक्षी भी आ सकती हैं आगे
नांदल ने कहा कि हाल के समय में रोहतक में महिलाओं के खिलाफ  अपराध की वजह से जिले का नाम खराब हुआ। उन्होंने कहा कि वह ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी मलिक के रिश्तेदारों के भी संपर्क में हैं और उन्हें भी जरूरतमंद और प्रतिभावान लड़कियों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए आगे आने को कह रहे हैं।

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