जमुना क्रिश्चियन कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल ने प्रताड़ना से आजिज आकर किया सुसाइड

सुसाइड नोट में मेंशन किया कारण, लगायी मसीही समुदाय का उत्पीड़न रोकने की गुहार

ALLAHABAD: जमुना क्रिश्चियन इंटर कालेज के पूर्व प्रिंसिपल और डायसिस ऑफ लखनऊ के पूर्व ट्रेजरार करीब 72 वर्षीय आरके गवन ने बुधवार की शाम फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। कटघर स्थित जमुना क्रिश्चियन कैंपस में परिवार के साथ रहने वाले गवन के फांसी लगाने की सूचना से मसीही समुदाय के लोग सन्नाटे में आ गये। आनन-फानन में उनके घर पर लोगों का जमावड़ा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें पूर्व प्रिंसिपल ने तीन लोगों की प्रताड़ना से आजिज आकर यह कदम उठाने पर मजबूर होना बताया गया है।

कॉलेज कैंपस में ही रहते थे

जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के पास कैंपस में रहने वाले आरके गवन कई वर्षो तक कॉलेज के प्रिंसिपल रहे। वे डॉयसिस ऑफ लखनऊ के ट्रेजरार भी रह चुके हैं। बुधवार की दोपहर उनकी पत्‍‌नी आई गवन कमरे में पति की बॉडी फांसी के फंदे से लटकते देख चीख पड़ीं। उनकी चीख सुन पड़ोस के लोग भी पहुंच गए। लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर फोर्स के साथ पहुंचे सीओ बैरहना माधव सुकीर्ति ने बॉडी को उतरवाया और कमरे की तलाशी ली। कमरे में पुलिस को सुसाइड नोट मिला।

क्या था मामला

जिस जमीन को मृतक गोवन ने विवादरहित बताया है उस पर काशी नरेश डॉ। अनंत नारायण का भी दावा है। करीब दो साल पहले उनकी तरफ से केयर टेकर्स ने आरोप लगाया था कि उनकी संपत्ति डॉयोसिस ऑफ लखनऊ के सचिव अरुण पाल व कुछ अन्य लोगों ने मिलकर हड़प ली है। इसके बाद केयर टेकर रुद्रनारायण पाठक ने अरुण पाल, शुआट्स के विनोद बी लाल, एसबी लाल, काल्विन याकडोर, डेनियल सुभान, आरके गोवन, ऊषा हेमिल्टन, कमल मसीह, प्रफुल्ल मेसी, रिंकी स्वरूप और शशि प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। जांच के बाद पुलिस ने हाल ही में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।

बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गयी है। मृतक के कमरे से सुसाइड नोट मिला है। इसमें कुछ लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। पुलिस अब अपना काम करेगी

-निशिकांत राय,

इंस्पेक्टर मुठ्ठीगंज

72 साल का बेदाग चरित्र वाला बुजुर्ग इस मानसिक स्थिति में पहुंच गया कि फांसी लगाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा, यह बेहद शर्मनाक है। शासन-प्रशासन और पुलिस से सिर्फ इतनी गुजारिश है कि मसीही समुदाय के साथ न्याय करे।

रेव्ह। आशीष खण्डेलवाल

पास्टर यमुना चर्च, मुट्ठीगंज

इस घटना से मसीही समुदाय के लोगों को गहरा सदमा लगा है। मसीही समुदाय के लोगों का उत्पीड़न किस स्तर तक जा पहुंचा है यह घटना उसकी साक्षी है। शासन-प्रशासन और पुलिस अब न्याय करेगा, इसकी उम्मीद है।

पंकज रॉय

सुसाइड नोट में लिखा

रुद्रनारायण पाठक, उदय प्रताप सिंह तथा शिव बहादुर सिंह द्वारा मुझ जैसे शांतिप्रिय और सरल व्यक्ति को अपराधी आरोपित किया गया है। मेरा कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। कोर्ट कचहरी मैने अपने जीवन में कभी जानी ही नहीं है। आज जो स्थिति इन लोगों ने मेरे विरुद्ध कर दी है उसके कारण मेरा पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं है। ये मेरे अपराधी हैं। मुझे पुलिस प्रशासन पर पूरा विश्वास है। एक आध को छोड़कर जिला प्रशासन पर भी पूरी आस्था है। शायद मेरे बाद मुझे तथा सभी क्रिश्चियन भाई बहनों को, जिन्हें इन लोगों ने आरोपित किया है, आपके द्वारा न्याय मिलेगा। मेरे परिवार को किसी भी तरह से तंग न किया जाये।

1952 से बिल्डिंग में यमुना बेसिक स्कूल चलता था जो 1974 तक चला। उससे पहले बिल्डिंग में जमुना स्कूल का हॉस्टल था और यह मैदान दोनो के लिये खेलकूद के लिये प्रयोग होना था। 1002, 93 और 94 में एक एलडीटीए अधिकारियों सचिव और समय समय पर चुने गये डॉयरेक्टर्स की जानकारी में यह पूरा स्थान एलडीटीए का था। इस पर कोई विवाद ही नहीं था। क्रिश्चियंस को प्लाट एलॉट हुए तो उन्होंने उस पर घर बनाये। कभी भी कहीं से उनको न तो चैलेंज किया गया न ही कहीं से कोई आपत्ति हुई। केवल 2015-16 में उपरोक्त लोगों ने प्लाट को हड़पकर लगभग एक करोड़ में उन्हें बेचने की तैयारी की और एलडीटीएकी आपत्ति पर यह सारा प्रपंच और एफआईआर आदि किया।

नानू बेटा

मेरी बॉडी को टॅच मत करना। पुलिस को कॉल करना वही सब कुछ करेगी। मम्मी का ख्याल रखना। हर तरह से उनकी देखभाल करना।