- चार दिन पहले मडि़यावं से गायब हुई थी मासूम, घर से स्कूल के लिए निकली थी

- स्कूल यूनिफार्म के चलते शव की हुई पहचान, शव चार दिन पुराना

- मडि़यांव पुलिस की लापरवाही, पड़ोसी पर जताया था पिता ने शक

LUCKNOW : माल के कोलवां जंगल में रविवार दोपहर स्कूल ड्रेस में एक बच्ची का शव पेड़ से लटका मिला। बच्ची का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। शव स्कूल बेल्ट के सहारे पेड़ से लटक रहा था। बच्ची की शिनाख्त स्कूल ड्रेस से हो सकी। बच्ची चार दिन पहले घर से स्कूल के लिए निकली थी और रहस्यमय हालत में लापता हो गई थी। उसके पिता ने मडि़यांव थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने घटना के पीछे पड़ोसी पर शक भी जताया था, लेकिन पुलिस की लापरवाही की वजह से बच्ची की हत्या कर दी गई। शव चार दिन पुराना बताया जा रहा है। ऐसे में लापता होने के बाद ही उसकी हत्या की आंशका जतायी जा रही है। शव मिलने की सूचना के बाद हरकत में आयी पुलिस ने आरोपी पड़ोसी और उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। वहीं एसएसपी ने मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसएसआई अमरनाथ यादव और विवेचक वीरपाल सिंह को लाइन हाजिर कर जांच सीओ अलीगंज डॉ मीनाक्षी को सौंप दी है।

चार दिन पहले हुई थी लापता

मडि़यांव के शिवनगर कॉलोनी स्थित जामा मस्जिद के पीछे रहने वाले दीपू की बेटी लक्ष्मी (6) गुरुवार सुबह करीब सात बजे स्कूल के लिए निकली थी। लक्ष्मी नवीनगर स्थित एमकेएस एकेडमी में कक्षा एक की छात्रा थी। परीक्षा देकर स्कूल से लौटने के दौरान छात्रा का अपहरण हो गया था। उधर, दोपहर तक लक्ष्मी के घर वापस न लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद पिता दीपू ने देररात मडि़यांव थाने में शिकायत की।

पुलिस ने बदलवा दी थी तहरीर

दीपू के मुताबिक उन्होंने पड़ोस में रहने वाले बृजेश, उसकी पत्नी आशा व बेटी पर लक्ष्मी को अगवा करने की आशंका जताते हुए तहरीर दी थी। आरोप है कि पुलिस ने उनसे तहरीर बदलवा कर गुमशुदगी दर्ज कर ली थी। इसके बाद लक्ष्मी की तलाश करने की बात कहकर वापस लौटा दिया था। पीडि़त परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

जंगल से आ रही थी दुर्गध

माल के कोलवां जंगल में रविवार दोपहर बकरियां चराने गए चरवाहों ने तेज दुर्गध आने पर फारेस्ट गार्ड खड़ग सिंह को सूचना दी। जानकारी पाकर खड़ग सिंह चौकीदार बृजलाल के साथ जंगल में पहुंचे तो उन्होंने एक बच्ची का पेड़ से लटकता शव देखा। गार्ड ने इसकी सूचना कोलवां के प्रधान सुंदर लाल को दी। इसके बाद प्रधान ने पुलिस को मामले की सूचना दी।

स्कूल बेल्ट से हुई शिनाख्त

लक्ष्मी का शव स्कूल ड्रेस में लटकता मिला। उसका शव स्कूल बेल्ट के सहारे लटक रहा था और शव पर स्कूली मोजे और जूते थे। छानबीन के दौरान पुलिस को घटना स्थल के पास स्कूल बेल्ट का टैग भी मिला, जिसके सहारे शव की शिनाख्त की गई।

बेटी को गायब करने की दी थी धमकी

दीपू ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाले बृजेश की बेटी दो महीने पहले किसी के साथ चली गई थी। उस दौरान बृजेश ने बेटी को भगाने में दीपू का हाथ होने की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस में उसके खिलाफ शिकायत की थी। कुछ दिनों बाद उसकी बेटी लौट आई थी और पुलिस को बताया कि वह अपने मन से गई थी। कुछ दिन बाद उसकी बेटी दोबारा चली गई। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था। आरोप है उस बृजेश ने दीपू की बेटी को गायब करने की धमकी दी थी।

लाश देखकर पुलिस पर फूटा गुस्सा

मच्र्यूरी पहुंचे दीपू और उसकी पत्नी ने रो रोकर बताया कि पुलिस की लापरवाही से उसकी बेटी की हत्या हुई है। पुलिस से बेटी के बारे में पूछने पर वह उसे थाने से भगा देते थे। मां निशा ने बताया कि वह शनिवार को भी थाने गई थी। आरोप है कि वहां मौजूद कार्यवाहक इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव ने उसके साथ अभद्रता की और थाने से भगा दिया था। रविवार को बेटी का शव देखकर परिजनों का पुलिस पर गुस्सा फूट पड़ा।

कोट

मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एसएसआई अमरनाथ यादव और विवेचक वीरपाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं मामले की पूरी जांच सीओ अलीगंज डॉ। मीनाक्षी को सौंपी गई है।

- दीपक कुमार, एसएसपी, लखनऊ