पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर कहा जा सकता है कि  बुधवार शाम को करीब तीन बजे इन चारों लड़कियों ने साई महिला हॉस्टल में इस इलाके में पाया जाने वाला ओथालांगा नाम का एक जहरीला फल खा लिया. इसके बाद वे बेहोश हो गईं घटना की जानकारी मिलने पर करीब 7 बजे अलपुझा मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया जहां एक 15 साल की युवा खिलाड़ी को मृत घोषित किया गया जबकि बाकी तीन की हालत गंभीर बतायी जा रही है. लड़कियों के परिवार वालों का आरोप हैं कि ये लड़कियां हॉस्टल में शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार हुई और बेहद परेशान थीं. एक लड़की के परिवार ने ये भी आरोप लगाया है कि उसे दो पहले चप्पू से इतना मारा गया कि वो उठने बैठने में तकलीफ का अनुभव कर रही थी.

हालाकि हॉस्टल की वार्डन ने उत्पीड़न के आरोप को खारिज किया है लेकिन वो आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं कर पायीं. वहीं खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने घटना पर शोक जताया है और सख्ती से जांच कराने की बात कही है. उन्होंने बताया कि घटना की जांच के आदेश्ा दे दिए गए हैं और दावा किया कि यदी साई के ऑफीशियल्स पर इस मामले आरोप साबित हुए तो उन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी. इस बीच मृत खिलाड़ी के परिजनों ने दोषियों को सजा मिले बिना अपनी बच्ची का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है.  साई डायरेक्टर जनरल इंजिती श्रीनिवास के फौरन घटना स्थल पर पहुंच कर जांच करने की खबर भी मिली है.

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