डॉक्टर का प्रमाणपत्र जरूरी

नए कानून के अनुसार, मॉडल्स को अपनी सेहत के बारे में डॉक्टर का प्रमाणपत्र दिखाना होगा। इसमें उनके बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) की जानकारी भी रहेगी। बीएमआइ लंबाई और वजन के अनुपात के आधार पर निकाला जाता है। जरूरत से ज्यादा पतली मॉडल्स को फैशन आयोजनों में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं मिलेगी।

कंप्यूटर के जरिये बदलाव

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस कानून का उद्देश्य फ्रांस में खानपान की आदतों से जुड़ी समस्याओं से निपटना और सौन्दर्य के झूठे मानकों से पार पाना है। कानून के तहत ऐसी तस्वीरें जिनमें कंप्यूटर के जरिये बदलाव किया गया हो, उन पर इस बात का उल्लेख करना जरूरी होगा। ऐसी तस्वीरें जिनमें मॉडल को विशेष दिखाने के लिए कंप्यूटर और ग्राफिक का प्रयोग किया गया हो, उन पर  सुधारी गई तस्वीर (फोटोग्राफी रीटची) लिखना होगा।

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छह महीने तक की जेल

ऐसी कंपनियां जो मॉडल्स को लेकर तय कानून का उल्लंघन करेंगी, उन पर 75,000 यूरो (करीब 53 लाख रुपए) का जुर्माना लगाया जा सकता है। कंपनी के मालिक को छह महीने तक की जेल का भी प्रावधान किया गया है। बेहद पतली मॉडल्स को लेकर कानून बनाने वाला फ्रांस इकलौता देश नहीं है। इटली, स्पेन और इजरायल में भी ऐसे कानून लागू हैं।

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