बैंक कर्मियों की मिलीभगत से चल रहा था खेल, छह अरेस्ट

ALLAHABAD: फर्जी चेकों के जरिए कई कंपनियों और व्यापारियों के खाते से लाखों की रकम उड़ाने वाले एक गिरोह के छह सदस्यों को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आने वाले गिरोह ये सभी सदस्य बैंक कर्मियों की मिलीभगत से लोगों को चूना लगा रहे थे। इन्होंने पुलिस के सामने दर्जनों चेकों से फर्जीवाड़े की बात कबूल की है। इनके कब्जा उनके कब्जे से स्कैनर, कई बैंकों की पासबुक, फर्जी चेक आदि बरामद किया है।

आईजी को मिली थी टिप

आइजी केएस प्रताप और डीआइजी विजय यादव को सूचना मिली थी कि शहर में एक गिरोह फर्जी चेकों के जरिए लाखों की रकम बैंक से उड़ा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने इनकी धरपकड़ के लिए तीन टीमों को लगाया था। टीम के लोगों ने बिहार के आशिक अली, करेली के निजाम खां, राजापुर के शमशाद उर्फ शानू, मऊआइमा के सलमान, फाफामऊ के दीपक त्रिपाठी और सुल्तानपुर भावा खुल्दाबाद के सरफराज को दबोच लिया। सर्विलांस प्रभारी ओपी त्रिपाठी ने बताया कि बदमाश कई सालों से चेकों के जरिए फर्जीवाड़ा कर रहे थे। पंजाब नेशनल बैंक, एसबीआइ, कार्पोरेशन बैंक, बैंक आफ बड़ौदा आदि के कर्मचारियों से सेटिंग कर यह बदमाश पुराने चेक ले लेकर उसके बाद हस्ताक्षर स्कैन कर लेते थे। उसी बैंक के दूसरे खाते के चेकों पर अंकित नंबर पुराने चेक के आगे की सिरीज के डाल देते थे। इसके बाद चेकों को दूसरे जिलों, प्रदेशों में लगाकर रकम अपने खातों में ट्रांसफर करा लेते थे। पूछताछ में कई बैंक कर्मचारियों के नाम भी पता चले हैं। पकड़े गए लोगों के पास से दर्जनों फर्जी चेक बरामद हुए हैं।

45 लाख लेकर संस्था फरार

राजरूपपुर की एक संस्था ने मध्य प्रदेश के कई इलाकों में गरीब बच्चों को शिक्षा दिलाने के नाम पर लोगों से 45 लाख रुपये झटक लिए और फरार हो गई। जबलपुर से आयी महिला ने जन मिलन केंद्र में डीएम के सामने इस बात का खुलासा कर शिकायत दर्ज करायी। जबलपुर की पूजन सौंधिया ने डीएम को बताया कि गैर सरकारी संगठन पारस ग्राम विकास कृषि शिक्षा बेरोजगार कल्याण फाउंडेशन ने जबलपुर, शहडोल समेत एमपी के कई जिलों से गरीब बच्चों को अतिरिक्त शिक्षा कार्यक्रम चलाने का दिलासा दिया। इसके एवज में उसने लोगों से लगभग 45 लाख रुपए वसूले और फरार हो गयी। महिला ने डीएम से कहा कि संस्था इलाहाबाद के राजरूपपुर इलाके की है। अब संस्था के निदेशक और सचिव फोन नहीं उठा रहे हैं। उसने डीएम से उचित कार्रवाई की मांग की है।