-दिल्ली से आकर खजनी एरिया में फैलाया था जाल

-वेतन न मिलने पर जुड़ी महिलाओं ने दर्ज कराई शिकायत

GORAKHPUR: सरकार की योजनाओं के नाम पर जालसाजों का गैंग लोगों को शिकार बनाने में लगा है। खजनी एरिया में प्रधानमंत्री की योजना के नाम पर जालसाजों ने महिलाओं से ठगी कर ली। महिलाओं को सुपरवाइजर तैनात करने वाली दिल्ली की कंपनी उनके वेतन भुगतान नहीं कर रही है। एक साल से मानदेय की मांग कर रही महिलाओं ने पुलिस को सूचना देकर कार्रवाई करने को कहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ठगी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली से आकर बनाया मेंबर

खजनी एरिया में दिल्ली से आए कुछ लोगों ने केंद्र सरकार की योजना के बारे में जानकारी दी। कंपनी के लोगों ने 18 महिलाओं को अपनी एजेंसी से जोड़कर उनको डाटा इंट्री की नौकरी दे दी। उनको ट्रेंड कर बताया कि गांव-गांव जाकर महिलाओं को प्रशिक्षित करना है। उनके बारे में जानकारी लेकर उसकी डाटा इंट्री करानी है। यह भी बताया गया कि हर माह उनको पारिश्रमिक का भुगतान किया जाएगा। दिसंबर तक सबको वेतन दिया जाएगा। दिसंबर बीतने के बाद किसी महिला कर्मचारी का भुगतान नहीं किया गया।

वेतन के झांसे में करती रहीं काम

वेतन न मिलने पर महिलाओं ने एरिया के सुपरवाइजर से संपर्क किया। उसने मामला टरकाना शुरू कर दिया। यह भी बताया कि जनवरी में सबके वेतन का भुगतान हो जाएगा। जनवरी से महिलाएं चक्कर लगाती रही। वेतन की डिमांड करने पर खजनी में तैनात सुपरवाइजर भी फरार हो गया। दिल्ली की एजेंसी से संपर्क करने पर कंपनी से जुड़े लोगों ने दो महिलाओं के नाम से चेक काटने की बात कही। व्हाट्सअप के जरिए चेक की फोटो भेज दी। बताया कि कोरियर से चेक पहुंच जाएगा। एक माह बाद भी चेक न पहुंचने पर महिलाओं ने थाना पहुंचकर सूचना दी। महिलाओं ने पुलिस को बताया कि दिल्ली से आए लोग सभी महिलाओं को अच्छी सैलरी का झांसा देकर पूरी डिटेल जुटा ले गए थे।

सामूहिक ठगी के मामले

23 अप्रैल 2017:

सरकार की बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ योजना का आवेदन कराने के नाम पर जालसाजों ने लाखों रुपए की ठगी कर ली। सहजनवां एरिया के कई युवतियों, किशोरियों और महिलाओं ने आवेदन किया। 22 अप्रैल को पुलिस उनके घर पहुंची तो जालसाजी की जानकारी हुई। पुलिस ने बताया कि इस तरह की कोई योजना नहीं है। पीडि़तों ने सहजनवां थाना में जालसाजी का केस दर्ज कराया।

19 अप्रैल 2017

दिल्ली, लखनऊ, गोरखपुर सहित कई शहरों में चिट फंड कंपनी का ऑफिस खोलकर जालसाजों ने हजारों लोगों को चूना लगाया। 100 करोड़ से अधिक की रकम लेकर जालसाज फरार हो गए। रुपए का भुगतान न होने पर कंपनी से जुड़े लोगों ने मालिकान की तलाश शुरू की। चिलुआताल एरिया के राप्ती नगर में रहने वाले कंपनी के एक मैनेजर के घर पहुंचकर लोगों ने बवाल काटा। बाद में रुपए का भुगतान कराने का आश्वासन देकर एजेंसी मैनेजर ने मामला शांत कराया।

04 अप्रैल 2016

शाहपुर एरिया के बिछिया निवासी युवक ने रुस्तमपुर में एक कंपनी खोली। ट्रेनिंग देकर विदेश भेजने के नाम पर उसने सात सौ लोगों से लाखों रुपए की ठगी कर ली। फर्जी वीजा देकर एजेंसी संचालक फरार हो गया। कैंट थाना पहुंचकर पीडि़त युवकों ने शिकायत दर्ज कराई।

23 जुलाई 2015

शाहपुर एरिया के शिपिंग कंपनी खोलकर जालसाजों ने सैकड़ों लोगों से साढ़े आठ हजार रुपए जमा कराए। बाद में कंपनी का आफिस बंद करके जिम्मेदार फरार हो गए। ठगी की जानकारी होने पर पीडि़त लोगों ने जमकर हंगामा किया।

इन तरीकों को अपना रहे जालसाज

- नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा

- सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर जालसाजी

- चिट फंड कंपनी खोलकर रुपए दोगुना करने के नाम पर ठगी

- मोबाइल टॉवर लगवाने का लालच देकर जालसाजी का शिकार बनाना

- कमेटी में पैसा लगाने पर लाभ दिलाने के नाम पर ठगी

वर्जन

जालसाजी और ठगी करने के मामलों में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जालसाजी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। ऐसे लोगों को माफिया की सूची में शामिल किया जाएगा।

मोहित अग्रवाल, आईजी