-देश व प्रदेश में नौकरी के कम अवसर मिलने कारण गोर2ापुर के युवाओं का रू2ा विदेश की ओर

-जिले में बढ़ते जा रहे पासपोर्ट, विदेश 5ोजने वाले ठगों का फैल रहा कारोबार

GORAKHPUR: गोर2ापुर जिले में जितनी तेजी से पासपोर्ट बनानेवालों की सं2या बढ़ रही उतनी तेजी से ही विदेश में अच्छी नौकरी के सपने दे2ाने वाले युवकों को जालसाज आसानी से अपना शिकार बना रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में हर माह औसतन 28 सौ तक आवेदकों का पुलिस वेरीफिकेशन होता है। पासपोर्ट जांच के नोडल अफसर एसपी आदित्य प्रकाश वर्मा ने बताया कि विदेश जाने के लिए लोग हर साल आवेदन कर रहे हैं।

औसतन सौ आवेदनों की जांच कर रहा द3तर

गोर2ापुर के पासपोर्ट ऑफिस से गोर2ापुर और बस्ती मंडल के आवेदकों के पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया पूरी की जाती है। बायोमेट्रिक के लिए बशारतपुर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में बुलाया जाता है। पासपोर्ट ऑफिस की औपचारिकता पूरी करने के बाद आवेदकों के संबंध पुलिस वेरीफिकेशन का नियम है। इसलिए पासपोर्ट ऑफिस से एसपी ऑफिस में बने कार्यालय में रिपोर्ट 5ोज दी जाती है। एसपी ऑफिस के जरिए संबंधित थाना क्षेत्र के आवेदक की जांच पूरी कराकर एसपी ऑफिस प्रक्रिया पूरी करा देता है। एसपी ऑफिस में पासपोर्ट जांच के लिए रोजाना कम से कम सौ आवेदन सामने आते हैं।

जालसाज तोड़ रहे सपने, 5ाटक रहा परिवार

पासपोर्ट प्रक्रिया से जुड़े पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि ज्यादातर आवेदन विदेश कमाने जाने वालों के होते हैं। हर माह औसत तीन हजार वेरीफिकेशन किए जाते हैं। इनमें कम से कम दो हजार पासपोर्ट धारक फॉरेन जाकर रोजगार कमाने के लिए फार्म 5ारते हैं। पासपोर्ट तैयार होते ही एजेंट्स के संपर्क में आकर वीजा के लिए आवेदन कर देते हैं। विदेश में अच्छी कमाई का ग्लैमर युवकों को 2ाींच ले जाता है। पुलिस का कहना है कि पहले मजदूरी करने वालों की सं2या कम थी। लेकिन करीब तीन साल से कामगारों के पासपोर्ट जारी करने पर रोक लग गई है। अनपढ़ और हाई स्कूल न पास करने वाले लोगों का पासपोर्ट बनाने में प्रॉ4लम आ रही है।

इस तरह से बढ़ रहा आंकड़ा

माह आवेदन वेरीफिकेशन

सितंबर - 2680

अ1टूबर 2750

नवंबर 2835

दिसंबर अब तक 2200

विदेश में फंसने के मामले आए सामने

नवंबर 2017: गोर2ापुर, देवरिया और कुशीनगर के 20 से अधिक युवक मलेशिया में फंसे। मलेशिया की पुलिस ने उनको अरेस्ट करके जेल में डाल दिया। सूचना के बाद से परिजन परेशान हैं।

अ1टूबर 2017: कुवैत में गोर2ापुर, देवरिया, कुशीनगर और सिवान के चार युवकों के फंसे होने की सूचना मिली। 2013 में स5ाी युवक कुवैत की कंपनी में कमाने गए थे।

सितंबर 2017: दुबई में नौकरी करने गए 25 युवकों ने फंसे होने की सूचना व्हाट्सअप से दी। इनमें ज्यादातर युवक देवरिया जिले के थे। उनके परिजनों ने पीएम को संबोधित पत्र डीएम को देकर कार्रवाई की गुहार लगाई।

जुलाई 2017: दुबई में महराजगंज और संतकबीर नगर जिले के 16 युवकों के फंसे होने की सूचना घर पहुंची। इससे उनके परिवारों में कोहराम मच गचा था। इस मामले में एक एजेंट को पुलिस ने अरेस्ट किया था।

जुलाई 2017: कुशीनगर के राजेश पांडेय के प्रयास से दुबई में फंसे युवक को घर लौटने में मदद मिली। युवक ने पत्र 5ोजकर अपनी व्यथा से अवगत कराया था।

अप्रैल 2016: गोर2ापुर के युवक फैरुद्दीन के सऊदी अरब में फंसे होने की सूचना परिजनों को मिली। घरवालों ने जब जानकारी ली तो पता लगा कि उसे सऊदी अरब की पुलिस ने पकड़ लिया है।

अ1टूबर 2015: सऊदी अरब में तमकुही तहसील के अविनाश और सत्येंद्र को बंधक बना लिया गया था। एंग्रीमेंट 2ात्म होने से युवकों के सामने संकट आ गया था।

वर्जन

रोजाना पासपोर्ट की जांच की जाती है। औसतन मान लिया जाए तो कम से कम सौ आवेदकों का पुलिस वेरीफिकेशन रोजाना होता है। हर माह सं2या बढ़ती जा रही है। करीब 60 फीसदी लोग विदेश कमाने जाने के लिए पासपोर्ट एप्लाई करते हैं। पासपोर्ट के आवेदनों को समय से निस्तारित किया जा रहा है।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक, नोडल अफसर पासपोर्ट जांच