पेस्टीसाइड व हेल्थ सप्लीमेंट के माल की कराई गई बुकिंग

तय समय पर नहीं दिया माल, लाखों रुपयों को हड़प लिया

आगरा। थाना सिकंदरा में हरियाणा, राजस्थान के प्रमोटरों के साथ आवास विकास कॉलोनी में एक कम्पनी के सीएमडी ने धोखाधड़ी कर दी। लाखों रुपया लेकर हेल्थ सप्लीमेंट का माल लोगों को नहीं दिया। टोकने पर धमकी मिली। इस पर पीडि़त एसएसपी ऑफिस पहुंच गए। यहां से थाना सिकंदरा पुलिस के साथ जाकर ऑफिस सीज करा दिया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

सोनीपत के आदमी ने कराई मुलाकात

रेवाड़ी राजस्थान निवासी रनधीर चौहान ने बताया कि तीन महीने पहले जिंद हरियाणा के सेल्स एग्जीक्यूटिव युवकों ने बताया कि आगरा में एक कम्पनी अपना प्रॉडक्ट बनाती है। प्रॉडक्ट की एजेंसी लेकर माल को मार्केट में सप्लाई किया जाए तो अच्छा मुनाफा होगा। दोनों ने सोनीपत के एक्स आर्मी मैन से बात करवाई। उसने आगरा आवास विकास सेक्टर 12-ए स्थित ऑफिस में ले गया। यहां पर सीएमडी से मुलाकात कराई।

डेमो के लिए दिए प्रोडक्ट

रनधीर के मुताबिक वह विभिन्न कम्पनियों के प्रोडक्ट मार्केट में प्रमोट करने का काम करते हैं साथ ही वह ट्रेनर के रूप में काम भी करते थे। यहां पर भी इनके प्रोडक्ट को प्रमोट करने का काम ले लिया। उस दौरान उसने डेमो के लिए कुछ प्रोडक्ट भी दिए। रनधीर से अन्य लोगों को शामिल करने को कहा। उससे कहा गया कि वह यदि अन्य लोगों का इंवेस्टमेंट कराए तो उसे डेढ़ प्रतिशत कमीशन भी देंगे।

अपने साथियों का रुपया भी लगवाया

इस पर रनवीर ने हेल्थ एण्ड एग्रीकल्चर की एजेंसी लेने के लिए खुद का एक लाख रुपया व अपने साथी अशोक कुमार यादव निवासी हरियाणा का 1 लाख 42 हजार, बृहम्म प्रकाश यादव निवासी नीमराणा अलवर का डेढ़ लाख, गिरवर सिह रावत निवासी सीकर का 40 हजार, भुवनेश कुमार निवासी राजस्थान का 80 हजार रुपये, इंद्र पाल सिंह राजस्थान का 40 हजार, जितेंद्र सारवान निवासी बहरोड अलवर का 1 लाख आठ हजार व रवि मील निवासी नवलगढ़ सीकर का 80 हजार रुपया लगवा दिया।

नहीं दिया गया माल

रुपया लेकर प्रोडक्ट देने के लिए समय तय कर दिया लेकिन तय समय पर माल नहीं आया तो रनधीर ने सीएमडी से सम्पर्क किया। 20 जून को मोबाइल पर बात की लेकिन उसने ठीक से जबाव नहीं दिया। इसके बाद व्हाट्सअप पर मैसेज किया लेकिन कोई भी रिप्लाई नहीं दिया। इसके बाद दो दिन तक कई बार कॉल किया लेकिन कोई जबाव नहीं मिला।

23 जुलाई को बुलाया था

जिंद के एक एग्जीक्यूटिव ने 23 जुलाई को आगरा में सभी के आने की बात कही और कहा कि वहीं पर लेनदेन हो जाएगा। रनधीर शुक्रवार की रात में ही अपने सात साथियों के साथ आगरा के लिए निकल गए। रात साढ़े दस बजे कॉल आया कि सीएमडी नहीं मिलेंगे उन्हें कुछ काम है अन्य लोग भी नहीं आ पायेंगे लेकिन रनधीर जब तक साथियों के साथ निकल गए चुके थे।

ऑफिस में हुई अभद्रता

आठो सुबह आवास विकास स्थित ऑफिस में पहुंचे तो कोई नहीं मिला। रनधीर के मुताबिक वहां पर चार बाउंसर बैठे थे जिन्होने बदतमीजी कर दी। सभी ने दूसरे राज्य के होने की बात सोच कर उनसे कुछ नहीं कहा। इसी के बाद सभी एसएसपी कार्यालय पहुंचे। यहां से उन्हें सिकंदरा भेजा गया। सिकंदरा पुलिस ने मौके पर आकर जांच की। चाबी लेकर हर केबिन की तलाशी ली। पुलिस ने ऑफिस पर ताला डाल दिया। पीडि़तों ने थाना सिकंदरा में तहरीर दी है।

लाखों का नहीं करोड़ो का हो सकता है मामला

रनधीर की माने तो अभी तो सिर्फ आठ लोग है। इनके अलावा और भी हरियाणा व राजस्थान के ऐसे लोग हैं जिन्होने 20 से 25 लाख रुपये तक लगा रखे हैं। यदि वह सभी शिकायत लेकर आ गए तो मामला करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का हो जाएगा।

फोन पर मिली फिर से धमकी

रनधीर ने बताया कंपनी के सीएमडी ने शिकायत करने के बाद मोबाइल पर धमकी दी है कि उसकी इज्जत उछालकर अच्छा नहीं किया। वह तीन दिन के अंदर सभी को देखेगा। इस कॉल के बाद सभी दहशत में आ गए हैं।