आगरा। हरीपर्वत पुलिस ने खंदारी से एक मेट्रीमोनियल साइट का ऑफिस पकड़ा था। यहां पर लोगों से मेट्रीमोनियल साइट पर रजिस्ट्रेशन के नाम पर उगाही की जाती थी साथ ही रिश्ता तय होने पर भी वसूली होती थी। इसके बाद मामला शांत हो जाता था। मोबाइल नंबर दूसरे नंबरों पर डायवर्ट कर दिया जाता था। फोन करने वाला परेशान होकर फोन करना छोड़ देता था। पुलिस ने यहां से चार लोगों को पकड़ा। यहां से रजिस्टर, लैपटॉप, कम्प्यूटर बरामद किए थे।

खुद को डॉक्टर बताया

8 दिसम्बर 2015

मलपुरा की एमडी की पढ़ाई कर रही एक छात्रा को शातिर युवक ने फांस लिया। छात्रा को युवक ने खुद को आस्ट्रेलिया में चिकित्सक बताया। फर्जी दस्तावेज दिखा कर परिवार को विश्वास में ले लिया.19 जुलाई 2011 को शादी हो गई। शादी के बाद मामले का खुलासा हुआ तो छात्रा के साथ मारपीट की। पत्‍‌नी को पता चला कि वह हॉस्पीटल में बॉर्ड वॉय है।

कंपनी का बताया मैनेजर

ताजगंज क्षेत्र में एक युवक ने खुद को एक बड़ी कंपनी का मैनेजर बता कर प्रोफाइल मेट्रीमोनियल वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। एक युवती उसके जाल में फंस गई। दोनों की शादी भी हो गई। इसके बाद पता चला कि वह कंपनी में मैनेजर नहीं बल्कि चपरासी है। मामले में दोनों पक्षों में काफी विवाद हुआ फिर पंचायत के बाद समझौता हुआ।

विश्वास में लेकर किया शारीरिक शोषण

थाना ताजगंज में शारीरिक शोषण व अप्राकृतिक कृत्य का मुकदमा पंजीकृत हुआ है। कमला नगर निवासी तलाकशुदा युवती ने बनारस के युवक पर बलात्कार व आप्राकृतिक कृत्य का आरोप लगाया। उसका सम्पर्क मेट्रीमानियल साइट के माध्यम से हुआ था। युवक ने उसे बनारस व आगरा होटल में बुलाया जहां पर उसे विश्वास में लेकर शोषण किया बाद में 50 लाख की डिमांड कर वीडियो वायरल करने की धमकी दी।

आगरा। मेट्रीमोनियल वेबसाइट से शादी के रिश्ता तय करना आसान तो है उस रिश्ते के बारे में सत्यापन करना उतना ही मुश्किल। क्लेरीफाई न होने के चलते कई लोग बड़ा धोखा खाते हैं। बाद में लोगों के सामने खुलासा होता है लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है। ऐसे ही कुछ मामले पूर्व में प्रकाश में आए हैं फिर भी इस और कोई जांच नहीं की जा रही है। मेट्रीमोनियल साइट पर कुछ शातिर अपना फर्जी प्रोफाइल अपलोड करा देते हैं। उनका काम सीधे तौर पर सीधे-साधे लोगों को फांस कर फायदा उठाना है। पहले शादी के नाम पर रिश्ता तय किया जाता है फिर युवतियों का फायदा उठा कर रिश्ता खत्म कर दिया जाता है या फिर उन्हें ब्लैकमैल कर रुपया ऐंठा जाता है। साथ ही कुछ ऐसी साइट हैं जो रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से रुपया वसूल कर लेती हैं और फिर अपना नंबर डायवर्ट पर लगा देते हैं।