- सेना भर्ती बोर्ड ने गोरखा मूल के अभ्यर्थी के सत्यापन पर जताया संदेह

-शिकायत पर एसएसपी ने सीओ सदर को सौंपी मामले की जांच

VARANASI

सेना भर्ती में गोरखा मूल के एक अभ्यर्थी के निवास सत्यापन को लेकर गड़बड़ी का मामले सामने आया है। भर्ती बोर्ड ने इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी से की है। एसएसपी ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांच सीओ सदर स्नेहा तिवारी को सौंपी है। उनका कहना है कि इस मामले में सत्यापन करने वाले पुलिसकर्मी जांच की जद में हैं। संलिप्तता प्रमाणित होने पर उनके खिलाफ की कार्रवाई की जाएगी।

पिछले साल सेना में भर्ती के दौरान नेपाली अभ्यर्थी ने दस्तावेज लगाए थे। उसके मुताबिक वह लोहता थाना क्षेत्र के चंदापुर का निवासी है। इसकी सत्यापित प्रति भी लगायी गई थी। सूत्रों के मुताबिक भर्ती की औपचारिकता के बाद अभ्यर्थी को ट्रेनिंग के लिए जाना है। दस्तावेज को फीड करने के दौरान इस बिंदु पर ध्यान गया कि बनारस के ग्रामीण इलाकों में गोरखा की आबादी नहीं है। वह यहां के मूल निवासी कैसे हो सकते हैं? इस खामी के सामने आने के बाद खलबली मच गई। मंगलवार को भर्ती बोर्ड की एक अधिकारी ने एसएसपी से मिल कर उन्हें प्रकरण की जानकारी दी। एसएसपी खुद मामले को लेकर गंभीर हो गए क्योंकि कागजात का सत्यापन थाने स्तर के साथ खुफिया विभाग ने किया था। उन्होंने फौरन सीओ सदर को मामले की प्राथमिकता के आधार पर तत्काल जांच कर विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। अधिकारी इस बाबत कुछ कहने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।