आयुर्वेद फैकल्टी BHU के प्रो आनंद चौधरी की पहल पर आयुष मंत्रालय ने शुरू की कवायद

लंबाई व सेक्स पावर बढ़ाने, वजन घटाने जैसी आयुर्वेदिक दवाओं के विज्ञापनों पर लगाम की तैयारी

VARANASI

आयुर्वेद के नाम पर फर्जीवाड़े का भी काम जोरों से हो रहा है। कोई कंपनी अपने विज्ञापन में चुटकियों में कैंसर दूर करने का दावा करती है तो कोई दस दिन में लंबाई बढ़ाने का एंश्योरेंस देता है। सेक्स पावर बढ़ाने के नाम पर तो हजारों कंपनियां आयुर्वेद का नाम बदनाम कर रही हैं। पर अब कंपनियां इस तरह के फर्जी विज्ञापनों के जरिये पब्लिक को बेवकूफ नहीं बना पायेंगी। सेंट्रल गवर्नमेंट ने ऐसे विज्ञापनों के खिलाफ अपनी नजरें सख्त कर दी हैं। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद के नाम पर दिखाये जा रहे भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाने की कवायद शुरू की है।

मंत्रालय को लिखा था पत्र

आयुर्वेद के नाम पर दिखाये जा रहे भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ रसशास्त्र डिपार्टमेंट आईएमएस बीएचयू के प्रो। आनंद चौधरी ने आयुष मंत्रालय को पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने सेक्स पावर बढ़ाने, लंबाई बढ़ाने जैसे तमाम विज्ञापनों पर रोक लगाने की मांग की थी। लेटर को संज्ञान में लेते हुए आयुष मंत्रालय ने अपनी कार्यदायी संस्था केन्द्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद को निर्देशित किया कि इस विषय को रिब्यूटल कमेटी के सामने प्रस्तुत करे। प्रो। चौधरी बताते हैं कि इस कमेटी की मीटिंग में उन्हें भी इनवाइट किया गया था। मीटिंग में कमेटी ने आयुर्वेद के नाम पर फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के लिए कडे़ रूल बनाने की बात रखी है।

लेनी होगी पूर्व अनुमति

प्रो। चौधरी बताते हैं कि कमेटी ने यह तय किया कि किसी भी सेक्स पावर बढ़ाने वाले ऐड की शब्दावली, चित्र आदि को जारी करने से पहले लाइसेंसिंग अथारिटी से अनुमति लेनी होगी। ऐसा न करने पर दवा निर्माता कंपनी का लाइसेंस कैंसिल कर दिया जायेगा। दवा निर्माता कंपनी को लाइसेंस लेने से पहले यह शपथ पत्र देना होगा कि वह औषधि एवं चमत्कारिक अधिनियम आपत्ति जनक क्9भ्ब् के नियमों का उल्लंघन नहीं करेगी। इसके अलावा मीडिया के जरिए भी लोगों को अवेयर किया जायेगा कि वे सेक्स पावर बढ़ाने जैसी दवाओं के भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ एडवरटाइंजिग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया को अपनी शिकायत दर्ज कराएं। प्रो। चौधरी ने पब्लिक से अपील की है कि इस तरह के भ्रामक विज्ञापनों से बचे और कोई भी दवा बिना डॉक्टर से परामर्श लिए बगैर न लें।