- बिजली का बिल कम कराने के नाम पर 100 से ज्यादा लोगों को ठगा

- पकड़ा गया आरोपी यूपी पावर कॉरपोरेशन में कर चुका है काम

- पूर्वाचल के एरिया में चला रहे थे अपना धंधा

LUCKNOW: पावर कारपोरेशन को लाखों का चूना लगाने वाले तीन जालसाजकों को एसटीएफ ने धर दबोचा। एसटीएफ ने महानगर इलाके से उन्हें पकड़ा। तीनों लोगों के बिल फर्जी ढंग से कम कर करा कर जमा करने का झांसा देते थे। फर्जी ईमेल आइडी व यूजर आईडी का यूज कर जालसाजी करते थे।

फर्जी आईडी बनाकर करते थे ठगी

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के आन लाइन बिलिंग सिस्टम में फर्जी यूजर आईडी बनाकर लोगों के बिजली के बिल कम करके जमा करने वाले तीन जालसाजों को एसटीएफ ने फ्राइडे को महानगर इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन क्भ् हजार रुपए कैश, ख् एटीएम कार्ड बरामद किया गया। एएसपी एसटीएफ त्रिवेणी सिंह ने बताया कि पावर कारपोरेशन ने एसटीएफ से इस बात की मदद मांगी थी कि फर्जी यूजर आईडी बनाकर गोरखपुर और वाराणसी जनपद में लोगों का बिल कम करके कुछ जालसाजों ने जमा कराया है। इस जालसाजी से यूपीपीसीएल को राजस्व में भारी नुकसान हुआ। इस शिकायत के बाद एसटीएफ की टीम ने छानबीन शुरू की थी।

साइबर कैफे से तैयारी की गई थी फर्जी आईडी

इनवेस्टिगेशन के दौरान एसटीएफ को ख् ईमेल आईडी व फ् यूजर आईडी के बारे में जानकारी हुई। इन ईमेल आईडीज का गाजीपुर जनपद निवासी परवेज अहमद नाम का व्यक्ति यूज कर रहा था। एसटीएफ को पता चला कि परवेज अहमद आजमगढ में एचसीएल का कर्मचारी है। परवेज ने ये ईमेल आईडी बहादुरगंज थाना कासिमाबाद जनपद.गाजीपुर एवं मऊ स्थित साइबर कैफे में तैयार की थी। इसके बाद इन्ही ईमेल आईडी से तीन फर्जी यूजर आईडी तैयार की गई और इन तीनो फर्जी यूजर आईडी से गोरखपुर जनपद के म् उपभोक्ताओं के बिलों में हेराफेरी कर बिलो की धनराशि को कम किया गया था। वहीं छानबीन में एसटीएफ को एचीसीएल के कर्मचारी अमित टण्डन और पंकज सिंह का भी नाम पता चला।

यूपी पावर कॉरपोरेशन में काम कर चुका है आरोपी

सर्विलांस की मदद से एसटीएफ को जानकारी मिली कि तीन जालसाज फ्राईडे को राजधानी के महानगर इलाके में आने वाले हैं। इसके बाद एसटीएफ की टीम ने दोपहर दो बजे उमराव टाकीज के पास से जालसाज गाजीपुर निवासी परवेज अहमद आजमगढ़ निवासी पंकज सिंह और अमित टण्डन को गिरफ्तार किया। उनके पास से पांच मोबाइल फोन क्भ्ब्फ्0 रुपये दो एटीएम कार्ड बरामद हुए। पूछताछ के दौरान परवेज अहमद ने बताया कि उसने दिल्ली से हार्डवेयर नेटवर्किंग कोर्स करने के बाद ख्0क्ख् से एचसीएल कंपनी में तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत है तथा वह कुछ समय यूपी पावर कॉरपोरेशन के जौनपुर डिवीजनल कार्यालय में काम कर चुका है। इसके बाद वह आजमगढ डिवीजनल कार्यालय में ड्यूटी पर आ गया। यह पर कुछ समय कार्य करने के बाद उसे पता चला कि एसडीओ व अधिशासी अभियन्ता की यूजर आईडी से उपभोक्ताओं के विद्युत बिल अवैध ढंग से रूपये लेकर कम किये जा सकते हैं। इस प्रकार उसने क्00 से अधिक उपभोक्ताओं के बिल पैसे लेकर धनराशि बिलिंग सिस्टम पर कम कर दी गयी। यह भी बताया कि यहीं पर उसकी मुलाकात सुधीर कुशवाह से हुई थी। जिसके कहने पर उसने फर्जी ई.मेल आईडी तैयार की थी और उसी फर्जी ई.मेल आईडी से फर्जी यूजर आईडी एचसीएल कंपनी से बनवा ली गयी थी। जिनका प्रयोग बिलों की धनराशि कम करने में किया गया। अमित टण्डन जो एचसीएल का पुराना कर्मचारी है और उसने भी अधिकारियों की ईमेल आईडी व उनके पासवर्ड का प्रयोग कर विद्युत बिलों को रूपए लेकर कम कर दिया जाता था। इस कार्य में पंकज सिंह जो बिलों की धनराशि कम कराने की दलाली का काम करता था।