-फोन के जरिए हासिल किया बैंक एकाउंट और ATM का डिटेल

-एक दिन में 16 बार में की गयी 50 हजार की खरीदारी

-डीआईजी ऑफिस में तैनात सिपाही को लगाया चूना

VARANASI : मुम्बई की महिला ने चोलापुर थाना एरिया के परानापट्टी निवासी जीवन प्रसाद को झांसा देकर उनके बैंक एकाउंट और एटीएम का डिटेल हासिल किया। इसके जरिए परचेजिंग कर डाली। जब तक जीवन को जानकारी होती तब तक उनके एकाउंट से भ्0 हजार रुपये गायब हो चुके थे। घटना की जानकारी पुलिस को दे दी गयी है। इसी तरह की घटना डीआईजी ऑफिस में तैनात सिपाही के साथ हुई। बैककर्मी बनकर फोन करने वाले ने उसके एकाउंट के बारे में जानकारी ली और ख्भ्00 रुपये उड़ा दिए।

किसी की बला किसी के सिर

परानापट्टी निवासी कमलेश यादव मुम्बई रहकर प्राइवेट जॉब करते हैं। पिता भी उनके साथ रहते हैं। खेती के सिलसिले में कमलेश कुछ दिनों पहले गांव आए थे। मंगलवार को पिता ने उनके एकाउंट में ख्भ् हजार रुपये डाले थे। रुपये एकाउंट में आने के थोड़ी देर बाद ही एक महिला का फोन कमलेश के पास आया। उसने पहले पिता के जरिए ख्भ् हजार एकाउंट में भेजे जाने के बारे में बताया। इसके बाद जानकारी दी कि वह एक मल्टीनेशनल कम्पनी की इम्प्लाई है। एक स्कीम के तहत उनके एकाउंट में ख्भ् हजार रुपये भेजने हैं इसके लिए बैंक एकाउंट और एटीएम कार्ड की डिटेल चाहिए। कमलेश ने बताया कि उनका एटीएम ब्लॉक है। उन्होंने गांव के ही जीवन प्रसाद का मोबाइल नम्बर दे दिया।

फंसा लिया मीठी बातों में

नम्बर मिलने पर महिला ने जीवन के मोबाइल पर फोन किया। उनसे भी एक स्कीम की जानकारी देते हुए रुपये देने के लिए बैंक एकाउंट और एटीएम का डिटेल मांगा। जीवन ने उसे सारी जानकारी दे दी। बुधवार को कमलेश जीवन के साथ अपना एटीएम दुरुस्त कराने बैंक पहुंचा तो पता चला कि जीवन के कार्ड के जरिए क्म् बार में भ्0 हजार रुपये की खरीदारी की जा चुकी है। उन्होंने एकाउंट को ब्लॉक कराते हुए सूचना चोलापुर थाने को दी। जिस नम्बर के जरिए महिला ने जीवन से सारा डिटेल लिया था उस पर बात तो हो रही है लेकिन महिला किसी जालसाजी से इनकार रही है।

बैंककर्मी बनकर निकाल लिये रुपये

सिपाही सतीश शुक्ला डीआईजी ऑफिस में तैनात है। बुधवार दोपहर फ्.भ्0 से लेकर फ्.भ्7 के बीच उसके सेलफोन पर तीन बार कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताते हुए कहा कि आपका बैंक एकाउंट सीज हो गया है। तत्काल एकाउंट नम्बर बताकर पुष्टि करिए तभी खोला जाएगा। सिपाही झांसे में आ गया और उसने खाता संख्या मैसेज कर दिया। इसके कुछ ही देर बाद मोबाइल फोन पर मैसेज आया कि खाते से ख्भ्00 रुपये निकाल लिये गए।