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GORAKHPUR: ग्राहकों के बैंक एकाउंट से आधार कार्ड नंबर लिंक कराने के नाम पर हो रही ठगी को रोकने के लिए अभियान चलेगा। बांसगांव एरिया में बैंक एकाउंट से फर्जी आधार कार्ड लिंक कर नकदी उड़ाने की घटना पर पुलिस महकमा जागा है। आधार कार्ड के नाम पर होने वाली ठगी रोकने के लिए जोन भर में जागरुकता अभियान चलाने के निर्देश आईजी ने दिए हैं। आईजी ने कहा कि मामूली लापरवाही से लोगों की गाढ़ी कमाई जालसाज उड़ा दे रहे हैं। इससे बचने के लिए पुलिस जागरूक करेगी.


बैंक जाकर लिंक कराए आधार कार्ड

जागरुकता अभियान के दौरान पुलिस सावधानी बरतने के संबंध में जानकारी देगी। बैंक एकाउंट रखने वाले ग्राहकों को बताया जाएगा कि बैंक में जाकर आधार कार्ड लिंक कराएं। बैंक के अधिकारियों को पत्र भेजकर पुलिस आगाह करेगी। बैंक अधिकारियों से गुजारिश की जाएगी कि एकाउंट होल्डर के पहुंचने पर एकाउंट को लिंक करने की प्रोसेस की जाए। बायो-मैट्रिक वेरीफिकेशन के बाद ही ग्राहकों का आधार लिंक कराया जाए। इससे फर्जीवाड़ा रोकने में काफी मदद मिलेगी। कोई गलत व्यक्ति किसी दूसरे के एकाउंट से आधार कार्ड लिंक कराकर नकदी नहीं निकाल सकेगा।

 

केस एक:

 

शादी वाले घर में जालसाजों ने बढा़ई मुसीबत

बांसगांव में फर्जी आधार कार्ड को बैंक एकाउंट से लिंक कराकर जालसाजों ने एक लाख 19 हजार रुपए उड़ा दिए थे। जालसाजों की हरकत से एक परिवार में बेटी की शादी पर संकट खड़ा हो गया है। बांसगांव के तिघरा रुद्रमन निवासी रामदरश परदेस में रहकर कमाते हैं। उनकी बेटी शादी 10 दिसंबर को तय थी। एसबीआई बांसगांव में बैंक एकाउंट खोलकर वह रुपए जमा कराते थे। बैंक में जालसाजी कर किसी ने उनके एकाउंट से फर्जी आधार कार्ड लिंक करा दिया। आधार कार्ड लिंक कराकर जालसाजों ने रुपए निकाल लिए। इसकी जानकारी होने पर रामदरश ने पुलिस को सूचना दी। बुधवार को तहरीर मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की।

 

केस दो:

 

आधार लिंक के बहाने उड़ाए एक लाख 40 हजार

सुमेर सागर निवासी आनंद कुमार पांडेय बड़हलगंज के एक इंटर कालेज में बाबू हैं। बुधवार दोपहर उनके मोबाइल पर किसी ने फोन किया। बैंक एकाउंट से आधार कार्ड लिंक कराने के बहाने सारी जानकारी ले ली। प्रेम शंकर के एकाउंट के साथ-साथ उनके भई पवन के एकाउंट का ख्यौरा मांग लिया। दोनों भइयों के एटीएम कार्ड, पासवर्ड और आधार कार्ड का नंबर जानने के बाद जालसाजों ने एक लाख 40 हजार रुपए का आनलाइन ट्रांजेक्शन कर दिया। जानकारी होने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। तभी पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।

 

 

 

 

अभियान में यह जानकारी देगी पुलिस

- जागरूकता के लिए जगह-जगह बैनर लगवाए जाएंगे।

- पब्िलक को बताया जाएगा कि बैंक एकाउंट के संबंध में कोई सूचना न शेयर करें।

- बैंक से किसी भी व्यक्ति को फोन नहीं किया जाता है। काल आने पर कोई गोपनीय जानकारी न दें।

- बैंक से किसी तरह की समस्या आने पर सीधे ब्रांच मैनेजर से संपर्क करके समस्याएं बताएं।

- बैंक अधिकारियों को पत्र भेजकर इस तरह की घटनाओं से अवगत कराया जाएगा।

- थानों की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र में बैंक अधिकारियों से संपर्क करके जानकारी देगी।

- पुलिस का प्रयास होगा कि बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन के बाद ही एकाउंट को लिंक किया जाएगा।

- एटीएम कार्ड के नंबर, पासवर्ड, वन टाइम पासवर्ड और मोबाइल नंबर की गोपनीयता पर जोर देंगे।

 

आधार कार्ड लिंक कराने का झांसा देकर जालसाज लोगों के एकाउंट से नकदी उड़ा रहे हैं। इस तरह की घटनाएं प्रकाश में आई हैं। इसलिए जोन भर में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। बैंक अधिकारियों को पत्र भेजकर इस संबंध में जानकारी दी जाएगी। अभियान चलाकर पुलिस लोगों को जागरूक करेगी।

मोहित अग्रवाल, आईजी जोन

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