एक चिंगारी, दुकानें खाक कर देगी सारी

मंगलवार को फरीदाबाद में पटाखा की दुकानों में आग लगी तो पूरा देश वो मंजर देखकर दहल उठा लेकिन बनानरसी तो भइया बनारसी हैं, उसी रंग में यहां का प्रशासन भी रंगा हुआ है। इस भीषण दुर्घटना से भी उन्होंने कोई सबक नहीं लिया। आई नेक्स्ट ने बनारस में सजी पटाखा की दुकानों का जायजा लिया तो भयावह सच्चाई सामने आई। बस एक छोटी सी चिंगारी सारी दुकानों को खाक कर देने के लिए काफी है, ऐसा दावा हम क्यों कर रहे हैं, जानिये अंदर के पेज पर।

-पटाखा मार्केट में आग लगने का पूरा साजो-सामान मौजूद, बना हुआ है खतरा

-फायर फाइटिंग का नहीं है पर्याप्त इंतजाम, फरीदाबाद में हुई घटना के बाद भी नहीं लिया सबक

VARANASI : बनारस कब फरीदाबाद बन जाए कहा नहीं जा सकता है। महज एक छोटी से चिंगारी वहां की तरह ही बनारस के पटाखा मार्केट को दहला देगी। सैकड़ों लोगों की जान पर बन आएगी। गाडि़यों आदि के साथ ही करोड़ों का नुकसान होगा। जिन वजहों से फरीदाबाद में शोले उड़े, वो वजहें यहां के पटाखा बाजारों में मौजूद हैं। इसका खुलासा आई नेक्स्ट की रिएलिटी चेक में हुआ। लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने ख्0 स्थानों पर पटाखा मार्केट लगाया है लेकिन आग से लड़ने के इंतजाम नाकाफी हैं। फरीदाबाद में हुए भीषण हादसे के बाद भी लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझी। इसके चलते जबरदस्त लापरवाही हो रही है। हर जगह हजारों की भीड़ मौजूद है जो हर पल खतरे में रहती है। आपको भी बताते हैं रिएलिटी चेक की सिलसिलेवार बातें। ताकि आप भी जान सकें कौन सी वजहें हैं जो पटाखा मार्केट को खतरनाक बना रही हैं।

दहल उठेगा बेनियाबाग

आई नेक्स्ट की टीम सबसे पहले पहुंची सबसे बडे़ पटाखा मार्केट बेनियाबाग में। यहां पांच दर्जन से अधिक दुकानें हैं। बड़े ग्राउंड के दो हिस्से में दुकाने लगी हुई हैं। सभी दुकानें एक-दूसरे से सटी हुई हैं। लगभग हर दुकान में आठ से दस लाख रुपये का पटाखा मौजूद है। खरीदारों की भारी भीड़ है। लोग दो पहिया और चार पहिया वाहनों से मार्केट में पहुंच रहे हैं। मार्केट के एक तरफ फायर ब्रिगेड की छोड़ी गाड़ी मौजूद है। कई दुकानों के पास छोटी बाल्टियों में थोड़ा पानी और थोड़ा बालू है। सबसे खतरनाक हालात यह है कि लोग दुकानों के आसपास ही पटाखे जला रहे हैं। बेनियाबाग मार्केट में भी विद्युत तार खतरनाक ढंग से दुकानों तक पहुंचे हैं।

खेल रहे खतरों से

बेनियाबाग का हाल देखकर आई नेक्स्ट टीम पहुंची महमूरगंज स्थित एक लॉन में सजे पटाखा मार्केट में। यहां भी कमोवेश हालत वही हैं। तीन दर्जन से अधिक दुकानें बड़े से मैदान में मौजूद हैं। हर दुकान पर पटाखों का ढेर जमा है। सैकड़ों खरीदारों के बीच आग लगने के हर हालात मौजूद हैं। बिजली के तार खतरनाक तरीके से दुकानों तक पहुंच रहे हैं। बेनियाबाग की तरह ही दुकानों के पास फायर फाइटिंग का इंतजाम न के बराबर है। लगभग सभी दुकानों में एक-दो बाल्टी में बालू और पानी है। इंस्टीग्यूशर भी किसी-किसी दुकान पर नजर आ रहा है। मार्केट के अगल-बगल कई ऊंची बिल्डिंग हैं। इन पर बच्चे पटाखे जला रहे हैं।

नाटी इमली में भगवान ही मालिक

आई नेक्स्ट टीम नाटी इमली स्थित भरत मिलाप मैदान में लगे पटाखा मार्केट की हालत भी बिल्कुल अन्य दो मार्केट की तरह है। सुरक्षा इंतजाम को नजरअंदाज किया गया है। लाइसेंस की औपचारिकता के मद्देनजर बाल्टी में बालू और पानी के साथ छोटा-मोटा फायर इंस्टीग्यूशर दुकानों पर है। बड़े इत्मीनान से लोग सिगरेट आदि पीते मार्केट तक पहुंच जा रहे हैं। बेतरतीब बिजली के तार यहां भी दुकानों तक पहुंचे हैं। खरीदारों की भीड़ को डील करने में दुकानदार इतने मशगूल हैं कि उन्हें सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है।

यह बन सकते हैं खतरा

-फरीदाबाद में आग की वजह दुकानों तक पहुंचे नंगे तारों में शार्ट-सर्किट रही

-बनारस में दुकानों को रोशन करने के लिए बेतरतीब तरीके से लगाए गए बिजली के तार आग का बड़ा कारण बन सकते हैं

-दुकानें कपड़ों से घेरकर बनायी गयी हैं। इनके बीच से कई दुकानों पर नंगे तार नजर आ रहे हैं

-पटाखा की दुकानों के पास पटाखा जलाने से चिंगारी छिटककर पटाखों के ढेर तक पहुंच सकती है

-दुकानों के आसपास ही लोग बड़े आराम से बीड़ी-सिगरेट सुलगा रहे हैं

-मार्केट के बिल्कुल करीब गाडि़यों की पार्किग करायी जा रही है

-गाडि़यों से रिसते पेट्रोल या स्टार्ट करने के दौरान इंजन की चिंगारी आग लगा सकती है

-मार्केट के आसपास मौजूद चाय-पान की दुकानों पर सिलेंडर आदि के जरिए चूल्हे का इस्तेमाल किया जा रहा है

-मार्केटके आसपास जमा हो रहा कूड़े के ढेर भी आग की वजह बन सकते हैं

तो होगा बड़ा नुकसान

-दुकानों के पास आग से लड़ने के साधन सिर्फ दिखावा है

-प्रशासन की ओर से किया गया इंतजाम भी ऐसा नहीं कि बड़ी आग से लड़ा जा सके

-शहर में ख्0 स्थानों पर पटाखा मार्केट लगाए गए हैं। मार्केट में आग लगने पर भारी नुकसान होगा

-हर मार्केट में जबरदस्त भीड़ हो रही है। दुकानों के खुलने तक सैकड़ों लोगों की भीड़ है। आग की लपटें इनकी जान को खतरा पैदा करेंगी

-मार्केट के आसपास ही गाडि़यां पार्क की जा रही हैं, यह आग की चपेट में आसानी से आ जाएंगी

-ज्यादातर पटाखा मार्केट के पास घनी बस्ती या बाजार हैं। आग का असर यहां तक आसानी से पहुंचेगा

-पटाखे की हर दुकान पर आठ से दस लाख रुपये का माल है। आग लगी तो मिनटों में स्वाहा हो जाएगा