::आई स्पेशल:::

- सेब, आड़ू, प्लम, खुमानी, अखरोट आदि का होता था उत्पादन

- अब दून केवल लीची के उत्पादन में है आगे

- पहाड़ों से दून की तरफ पलायन है वजह, लगातार जारी है निर्माण

>DEHRADUN: अब इसे शहरीकरण कहें या फिर दून की तरफ पहाड़ों से होते पलायन का असर। जो भी हो, लेकिन यह सच है कि कभी फलों के उत्पादन में अग्रणी रहने वाला दून अब काफी पिछड़ता दिख रहा है। इस सब के बीच राहत की बात यह है कि दून फलों के उत्पादन में पिछड़ने के बावजूद भी लीची के उत्पादन में सभी जिलों से आगे है।

8415 मीट्रिक टन लीची उत्पादन

दून में हर साल औसतन 8415 मीट्रिक टन लीची का उत्पादन रिकॉर्ड किया गया है, जबकि 2014-15 में दून में कुल फलों का उत्पादन 66842 मैट्रिक टन बताया गया है। फलों के ओवरऑल प्रोडक्शन की बात करें तो दून पिछड़ता जा रहा है। जानकार बताते हैं कि दून में बाहरी जिलों से लगातार पलायन कर लोग पहुंच रहे हैं, लगातार यहां आवासीय भवनों का निर्माण जारी है। इसके चलते फलों के उत्पादन के लिए जगह कम हो रही है।

कहां कितना उत्पादन

फलों के उत्पादन के आंकड़ों पर नजर डालें तो नैनीताल में 112587, ऊधमसिंहनगर में 51824, अल्मोड़ा में 175650, बागेश्वर में 18095, पिथौरागढ़ में 46030, देहरादून में 66842, पौड़ी में 33262, टिहरी में 28327, चमोली में 95610, रुद्रप्रयाग में 2310, उत्तरकाशी में 29055 व हरिद्वार में 107514 मीट्रिक टन फलों का उत्पादन हो रहा है।

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जिला--सेब--नाशपाती--आडू--प्लम--खुमानी--अखरोट

देहरादून--12404--5006--2006--2947--3006--3019

जिला--नींबू--आम--लीची--आंवला--अमरूद--अन्य फल

देहरादून--7476--18027--8415--302--410--3824

जिला--सेब--नाशपाती--आडू--प्लम--खुमानी--अखरोट

नैनीताल--30480--22305--12810--4602--2751--590

जिला--नीबू--आम--लीची--आंवला--अमरूद--अन्य फल

नैनीताल--10204--19191--3260--55--226--6113

जिला--सेब--नाशपाती--आडू--प्लम--खुमानी--अखरोट

चमोली--21773--6861--5214--1563--2035--5111

जिला--नीबू--आम--लींची--आंवला--अमरूद--अन्य फल

चमोली--42305--5438-00--235--1261--3814

(फलों का उत्पादन मीट्रिक टन में है। यह कुछ जिलों का ही आंकड़ा है.)