- आईएमए सीजीपी में आए एम्स दिल्ली के आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के हेड ने बताए हड्डियां मजबूत रखने के नुस्खे

- टीबी और एलर्जी पर भी पीजीआई चंडीगढ़ व दिल्ली से आए एक्सप‌र्ट्स ने की चर्चा

KANPUR: सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच की धूप आपके अंदर विटामिन डी की कमी को सबसे जल्दी पूरा करती है। क्योंकि इस समय सूरज की वेव लेंथ सबसे ज्यादा होती है। जल्दी सुबह के बजाय इस समय में 40 मिनट धूप में रहने से शरीर में विटामिन डी की कमी नहीं रहती है। यह बातें मंगलवार को आईएमए सीजीपी प्रोग्राम में आए एम्स दिल्ली के हड्डी रोग विभाग के प्रमुख डॉ। राजेश मल्होत्रा ने बताई। उन्होंने शरीर में कैल्शियम व विटामिन डी की कमी को कैसे पूरा किया जाए, इसकी जानकारी दी।

कैल्शियम के लिए सबसे अच्छा विकल्प दूध

डॉ। राजेश मल्होत्रा ने बताया कि नार्मल लाइफ में उम्र के साथ हड्डियों की मजबूती कम होती जाती है, जिससे आस्टियोपेरोसिस जैसी बीमारियां होती हैं। उन्होंने बताया कि दूध और डेरी प्रोडक्ट्स से मिलने वाले कैल्शियम को हमारी बॉडी हरी सब्जियों की अपेक्षा ज्यादा जल्दी ऑब्जर्व कर लेती है। उन्होंने बताया कि कैल्शियम की मात्रा हड्डियों में बनी रहे इसके लिए विटामिन डी की मात्रा सबसे ज्यादा जरूरी है। वहीं डॉ। एएस प्रसाद के मुताबिक कैल्शियम और विटामिन डी दोनों साथ में लेना चाहिए। इसके लिए आने वाली दवाओं के प्रयोग को भी उन्होंने सही बताया। अगर आप एक ग्लास दूध पीते हैं तो 250 एमजी की कैल्शियम व विटामिन-डी की गोली पर्याप्त होती है। और अगर दूध नहीं पीते हैं तो इस दवा की दो खुराक लेने से शरीर में कैल्शियम व विटामिन डी का स्तर अच्छा रहता है।

सीलन बनाती है आपको एलर्जिक

एम्स दिल्ली से आए श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ। पीसी कथूलिया ने बताया कि अगर घर में सीलन है तो एलर्जी से जुड़ी बीमारियां होना तय है। उन्होंने बताया कि अब तक 1.5 लाख प्रोटीन का पता लगाया जा चुका है, जिसमें से 5 हजार एलर्जिक होते हैं। इसके अलावा मौजूदा दौर में खाने पीने की चीजों से होने वाली एलर्जी के मामले काफी बढ़ गए हैं। खासकर गेहूं, दूध, अंडा, फिश, सेल फिश, पीनट, सोयाबीन जैसे प्रोटीन के बड़े सोर्सेज से भी एलर्जी के मामले बढ़े हैं, लेकिन इनसे होने वाली एलर्जी का पता सिर्फ प्रिक टेस्ट से लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि शहरी इलाकों में डस्ट एलर्जी से बचने के लिए घरों में एयर प्यूरीफायर लगाने का कोई खास असर अभी तक समझ में नहीं आया है।

जीन एक्सपर्ट से कंफर्म करें एमडीआर रजिस्टेंट

पीजीआई चंडीगढ़ से आए डॉ। अखिलेश कुमार ने मायोबैक्टीरियम टयूबरक्लोसिस पर चर्चा की। साथ ही टीबी पेशेंट्स में एमडीआर पेशेंट्स के लगातार बढ़ने पर भी उन्होंने चिंता जाहिर की। इस दौरान उन्होंने जीन एक्सपर्ट टेस्ट की जानकारी दी, जिससे एमडीआर पेशेंट होने की पुष्टि दो घंटे के भीतर की जा सकती है। मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से अब यह टेस्ट आधी दरों में होने लगा है।