RANCHI: लौहनगरी में धोखा देकर करोड़ों की हेराफेरी का एक और मामला सामने आया है। इसमें बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) की टेल्को शाखा से 15.84 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इस मामले में भी सीबीआई की आर्थिक अपराध शाखा ने प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। ठगी का यह मामला फाइनांशियल 2013-2015 के बीच का है। इस मामले में सीबीआई ने पांच नामजद व अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की जमशेदपुर स्थित बिष्टुपुर व मानगो शाखा को करोड़ों का चूना लगाने का मामला उजागर होने के बाद जमशेदपुर का यह तीसरा मामला है।

धोखे से लिया लोन

दर्ज प्राथमिकी में सीबीआई ने बताया है कि सभी आरोपितों ने अपराधिक षड्यंत्र के तहत बेइमानी कर बैंक को 15 करोड़, 84 लाख 95 हजार रुपये ऋण के रूप में लेकर चूना लगाया। ऋण जिस मद में स्वीकृत कराया था, उससे संबंधित कार्य ही नहीं किया। स्वीकृत राशि के छह करोड़, 90 लाख, 58 हजार 624 रुपये का गलत इस्तेमाल किया गया। सीबीआइ की छानबीन में यह बात सामने आई कि एम/एस फेमिका प्रेस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। इस कंपनी में जयराम सिंह व राकेश सिंह दोनों निदेशक हैं। यह कंपनी जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम आधारित है जो टाटा मोटर्स लिमिटेड के लिए मेटल शीट का निर्माण करती है।

चल रही जांच

छानबीन में यह भी खुलासा हुआ कि ऋण की राशि से किसी मशीनरी की सप्लाई नहीं हुई और न ही रुपये बैंक को वापस ही किए गए। ऋण लेने वालों ने जिस एम/एस प्रथम डील मार्क प्राइवेट लिमिटेड कोलकाता से मशीनरी सप्लाई की सूचना बैंक को दी थी, वह कंपनी मशीनरी सप्लाई करती ही नहीं थी। उक्त कंपनी रियल एस्टेट के व्यवसाय से जुड़ी हुई थी। बैंक को धोखे में रखकर ऋण लिया गया था और उसे चुकाया भी नहीं गया। इस मामले में अनुसंधान अभी जारी है।

इनके खिलाफ मामला दर्ज

- जयराम सिंह, निदेशक, एम/एस फेमिका प्रेस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, सिंह कॉलोनी, रहगोड़ा।

- राकेश सिंह, निदेशक, एम/एस फेमिका प्रेस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, सिंह कॉलोनी, राहरगोड़ा।

- एम/एस फेमिका प्रेस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, सिंह कॉलोनी, राहरगोड़ा, जमशेदपुर।

- एम/एस प्रथम डील मार्क प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता, 4/3, बी, भुवन मोहन राय रोड, पोस्ट बारीशा, शेखर बाजार, कोलकाता।

-- एम/एस सनमास मशीन टूल्स प्राइवेट लिमिटेड, बंगलोर, सी-73, थर्ड स्टेज, पिन्या इंडस्ट्रीयल इस्टेट, बंगलुरु।

- अन्य अज्ञात