- रेलवे बस स्टेशन पर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट की साइकिल में बस से लग गई ठोकर

- छात्र को रोडवेज कर्मचारियों ने पीटा तो छात्राओं ने वर्कशॉप से खींचकर कंडक्टर की कर दी धुनाई

- रोडवेज वालों ने कर दी बस खड़ी तो पुलिस भी आई तैश में, भांजी लाठी

GORAKHPUR: रेलवे बस स्टेशन पर मंगलवार को मामूली सी बात पर जमकर बवाल मचा। यूनिवर्सिटी स्टूडेंट की साइकिल में रोडवेज बस से टक्कर के बाद शुरू हुआ बवाल काफी देर तक चला। पहले रोडवेज कर्मियों ने स्टूडेंट की पिटाई की, फिर स्टूडेंट्स ने वर्कशॉप पर चढ़कर रोडवेज वालों की धुनाई की। विरोध में चक्का जाम करने पर भरी दोपहरी में पहुंची पुलिस भी तैश में आ गई और बल प्रयोग किया। रोडवेज वालों ने भी पथराव कर दिया। बाद में पुलिस-प्रशासन और रोडवेज अधिकारियों ने किसी मामला शांत कराया। इस दौरान 2 घंटे तक बसों का संचालन बाधित रहा।

नसीहत पर भड़का कंडक्टर

यूनिवर्सिटी में बीकॉम थर्ड ईयर का स्टूडेंट अखिलेश प्रजापति हॉस्टल में रहता है। मंगलवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे वह साइकिल से पुलिस लाइन की ओर जा रहा था तभी सिद्धार्थनगर डिपो की बस से उसकी साइकिल में टक्कर लग गई। छात्र ने विरोध जताते हुए देखकर बस चलाने की सलाह दे डाली। बस क्या था, उसे अकेला देखकर ड्राइवर और कंडक्टर ने उसकी पिटाई कर दी। उसे पकड़कर वर्कशाप में लेकर चले गए। आरोप है कि वहां भी उसकी पिटाई की गई। किसी तरह से बचकर वह हॉस्टल में पहुंचा। वहां छात्रों को घटना की जानकारी दी।

फिर छात्रों ने लिया बदला

अखिलेश के साथ हुए विवाद की सूचना पर हॉस्टल के कई छात्र रोडवेज पहुंच गए। वर्कशॉप में घुसकर आरोपी कंडक्टर को पकड़ लिया। उसको पीटते हुए चौराहे पर ले जाने लगे। वहां मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने बीच बचाव किया। छात्रों की हरकत से रोडवेज कर्मचारी भी एकजुट हो गए। कहासुनी बढ़ने पर छात्रों ने बसों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। रोडवेज पर हंगामे, बवाल की सूचना पर पुलिस-प्रशासन के अफसर पहुंचे। कई थानों की पुलिस और पीएसी बुला ली गई।

रोडवेज कर्मचारियों ने किया जाम

छात्रों के हंगामे के बाद एक बजे रोडवेज कर्मचारी सड़क पर उतर गए। बस अड्डे के सामने जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। तेज धूप में पहुंची पुलिस ने रोडवेज कर्मचारियों को हटाने का प्रयास किया। बात न बनने पर लाठी पटककर खदेड़ दिया। पुलिस कार्रवाई के आक्रोश में पथराव शुरू कर दिया। बस अड्डे पर पथराव होने से पैसेंजर्स सहम गए। लोग इधर-उधर छिपने लगे। पुलिस के रवैये पर आपत्ति जताते हुए रोडवेज के ड्राइवर और कंडक्टर ने बसें खड़ी कर दीं। बसों की हड़ताल होने से अफसर हरकत में आए। पुलिस-प्रशासन और रोडवेज अधिकारियों की मौजूदगी में मामला शांत कराया। किसी पक्ष पर कोई कार्रवाई न करने की बात पर सहमति बनी। इससे करीब दो घंटे बाद बसों का संचलन शुरू हो सका।

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पैंसेजर्स कॉलिंग

हम लोग गोरखपुर एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे। लखनऊ जाने के लिए बस पकड़ने आए तो यहां बवाल चल रहा था। लगेज लेकर काफी देर भटकना पड़ा। बस के इंतजार में हम लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।

डीसी शुक्ला, पैंसेजर

मेरी दादी का उपचार चल रहा है। वह एक अस्पताल में भर्ती हैं। मुझे अचानक घर जाना पड़ गया है। तमकुहीराज जाने के लिए मुझे बस पकड़नी थी। यहां आई तो बवाल देखकर डर गई।

बेबी तिवारी, पैंसेजर

वर्जन

रोडवेज पर बवाल की सूचना पाकर पुलिस पहुंची थी। सभी पक्षों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया। इस मामले में जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

गणेश साहा, एसपी सिटी